तमिलनाडु के कुन्नूर में सीडीएस विपिन रावत का हैलीकॉप्टर MI 17V5 क्रैश हुआ जिसमें दो लोगों के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि हुई है। दुर्घटना में दो शव बुरी तरह जले हुए मिले। हैलीकॉप्टर में जनरल विपिन रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका भी सवार थी। वायुसेना के अनुसार हैलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। मंजीत नेगी के अनुसार जनरल विपिन रावत का मोबाइल इंगेज चल रहा है, जिससे यह संभावना बनी हुई है कि जनरल रावत सुरक्षित हों।
जनरल विपिन रावत को 10 दिसम्बर को देहरादून स्थित आईएमए की पासिंग आउट परेड में शामिल होना था।
बताया जा रहा है कि खराब मौसम की वजह से ये हादसा हुआ है। इस हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी सवार थे। रेस्क्यू किए गए लोगों को को वेलिंग्टन बेस में इलाज के लिए ले जाया गया है। चौथे शख्स की तलाश जारी है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ वेलिंगटन में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। वेलिंग्टन में आर्म्ड फोर्सेज का कॉलेज है। यहां सीडीएस रावत को लेक्चर था। वे यहां से लौटकर कुन्नूर आ रहे थे। यहां से उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होना था। लेकिन घने जंगल में यह हादसा हो गया है। हालांकि, अभी तक आर्मी ने कोई बयान जारी नहीं किया है।
हैलीकॉप्टर दुर्घटना क्षेत्र नीलगिरी की पहाड़ियों का यह क्षेत्र काफी घने जंगल वाला बताया जा रहा है। यहां आसपास चारों ओर पेड़ ही पेड़ हैं। हादसा इतना दर्दनाक था कि चारों तरफ आग की लपटें नजर आ रही हैं। सेना और वायुसेना की टुकड़ियां पुलिस के साथ रेस्क्यू के लिए पहुंच गई हैं। आसपास के इलाके में भी तलाश चलाया जा रहा है। ये हेलिकॉप्टर एमआई-सीरीज का था। इसमें सीडीएस बिपिन रावत, उनके कर्मचारी और परिवार के कुछ सदस्य सवार थे। स्थानीय लोग भी रेस्क्यू अभियान में मदद कर रहे हैं।
दुर्घटना के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अब से थोड़ी देर बाद संसद में जानकारी देंगे। अभी तक 8 लोगों को बेहद गम्भीर हालात में अस्पताल पहुंचाया गया है। रक्षा मंत्रालय व अन्य विश्वस्त सूत्रों ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि मरने वाले कौन लोग थे।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनरल विपिन रावत सुरक्षित व उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है। बहरहाल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में इस हादसे की पुष्ट जानकारी रखने वाले हैं।
ताजा जानकारी के अनुसार अब दो की जगह चार की मौत की खबर मिल रही है।
सीडीएस विपिन रावत का उत्तराखण्ड से रिश्ता।
हिमलायन डिस्कवर ने सन 2018 में जनरल विपिन रावत के पैतृक निवास पौड़ी गढ़वाल पर एक विस्तृत लेख प्रकाशित किया था। पढिये:-
जनरल विपिन रावत ने तलाशा अपना गाँव! बनायेंगे गाँव में अपना मकान…! खाली होते गाँवों के लिए आस की किरण!
(मनोज इष्टवाल 30 अप्रैल 2018)
थल सेना के आर्मी चीफ और 21वीं सदी में भी उनके गाँव पहुँचने के लिए सड़क नहीं! इस से बड़ा घोर आश्चर्य और हो ही क्या सकता है! यह आश्चर्य सिर्फ हमें ही नहीं हुआ बल्कि विगत दिन अपनी पत्नी के साथ अपने पुरखों की जमीन तलाशने व गाँव के खंडहरों में अपने पैत्रिक आवास को ढूँढने पहुंचे जनरल विपिन रावत को भी घोर आश्चर्य हुआ जब उन्हें अपने अपनी ग्राम पंचायत विरमोली तोक से अपने गाँव सैण पहुँचने के लिए 1 किमी. पैदल चलना पड़ा!
ज्ञात होकि विगत दिवस दिल्ली से लैंसडाउन आर्मी हैलीकॉप्टर से पहुंचे जनरल रावत यहाँ से कार से पौड़ी जिले के द्वारीखाल विकासखंड स्थित अपने गाँव पहुंचे जहाँ आस-पास के ग्रामीणों ने बेहद गर्मजोशी से उनका स्वागत किया!
(साभार- अमर उजाला फाइल फोटो)
लगभग डेढ़ बजे दोपहर अपनी धर्मपत्नी मधुलिका के साथ जब उबड-खाबड़ पगडंडियों से गुजरकर अपने गाँव पहुँचने में जनरल रावत कामयाब हुए तब उनकी पत्नी व स्वय जनरल रावत पसीने से लतपत नजर आये! उन्हें इस बात का सबसे बड़ा आश्चर्य था कि अभी तक उनके गाँव तक सडक नहीं पहुँच पाई है! उनके गाँव पहुँचने की खबर आग सी आस-पास के गाँव तक पहुंची तो सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष उन्हें देखने व मिलने वहां पहुँचने लगे!
कहाँ मकान बनाऊं कैसे गाँव बसाऊं इस उहापोह में आखिर विपिन रावत को राजस्व विभाग के एसडीएम राकेश तिवारी लैंसडाउन से सलाह मशविरा करते देखा गया! आखिर तय हुआ कि विपिन रावत अपने चाचा भरत सिंह रावत के घर के पास ही अपना आवास बनायेंगे!
(साभार- दैनिक जागरण फाइल फोटो)
जनरल रावत ने बातचीत के दौरान कहा कि आये दिन अखबारों की सुर्ख़ियों में जब वे यह पढ़ा करते थे कि पहाड़ से लोग तेजी से पलायन कर रहे हैं तब उन्होंने मन बना लिया कि वे जाकर अपना गाँव आबाद करेंगे व उसके लिए हर तरह की योजना क्रियान्वित करेंगे ताकि हम अपनी जड़ों से जुड़े रह सकें!
(जनरल रावत अपनी पत्नी मधुलिका के साथ अपने गांव में)
बहरहाल उनके लिए यह आश्चर्य की बात थी कि उनके गाँव तक अभी सडक नहीं पहुंची और अब यह गाँव वालों के लिए सुखद खबर होगी कि उनके आगमन के बाद अब सडक पहुँचने में ज्यादा दिन नहीं लगेंगे! द्वारीखाल विकास-खंड के गीन्ठीपानी गाँव के भुतवा होने की खबर हमारे द्वारा पूर्व में अपने न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से दी गयी थी! अब द्वारीखाल के दूसरे गाँव सैण में जनरल विपिन रावत के मकान बनाने की इच्छा ने यह तो तय कर दिया है कि उनके इस कदम से ऐसे कई मृत गाँव पुनः आबाद हो सकेंगे जो मानव शून्य होते जा रहे हैं! उम्मीद है प्रदेश सरकार ऐसे प्रकरणों पर हाथों-हाथ कार्यवाही कर लोगों की गाँव लौटने की आशा बलबती करे!
देहरादून 05 सितंबर, 2021 (हि. डिस्कवर)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को सांय मुख्यमंत्री आवास में सीडीएस जनरल विपिन रावत ने भेंट की। उन्होंने राज्य से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर मुख्यमंत्री से चर्चा की।
इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.सन्धु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी, आनन्द वर्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, ले0जनरल हरिन्दर सिंह, कमाण्डेंट आईएमए मेजर जनरल संजीव खत्री, जीओसी उत्तराखण्ड सब एरिया मेजर जनरल राहुल आर0 सिंह, ले0ज0 (से0नि0) जेएस नेगी, मेजर जनरल (से0नि0) जीएस रावत, मेजर जनरल (से0नि0) आनन्द रावत आदि भी उपस्थित थे।
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.