जयपुर। चक्रवात बिपरजॉय के कारण राजस्थान के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई है। इसने कई रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। राजस्थान में पहली बार मॉनसून से पहले बाढ़ जैसी स्थिति बनी है। जयपुर आईएमडी के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, बिपरजॉय चक्रवात ने जून के महीने में अजमेर में बारिश के 105 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। 17 जून, 1917 को, अजमेर में एक ही दिन में कुल 119.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जो जून महीने में सबसे अधिक थी।
राधेश्याम शर्मा ने बताया कि रविवार सुबह 8.30 बजे से सोमवार की सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटे के अंतराल में अजमेर में 131.8 मिमी बारिश होने के बाद यह रिकॉर्ड टूट गया। चार दिनों में चक्रवात बिपरजॉय के कारण कई इलाकों में बारिश हुई है, जिससे बाड़मेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा और अजमेर में बाढ़ आ गई है। पिछले 24 घंटे में पाली के मुथाना में 530 मिमी बारिश हुई। दूसरी तरफ बूंदी, अजमेर, भीलवाड़ा के कई गांवों में बिजली नहीं है।
मौसम विभाग ने कोटा, बारां-सवाई माधेपुर में मंगलवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया। 17 जून को शहर में 91.3 मिमी बारिश दर्ज करने के बाद जोधपुर में 12 साल का रिकॉर्ड भी टूट गया। पिछला रिकॉर्ड 28 जून 2016 को बना था, जब लगभग 74 मिमी बारिश हुई थी। राजस्थान में 16 जून से 19 जून तक चक्रवात के कारण औसतन 100 मिमी बारिश हुई, जो मॉनसून के मौसम के दौरान औसत बारिश का लगभग 24 प्रतिशत है। राजस्थान में मॉनसून (जून से सितंबर) के दौरान औसतन 415 मिमी बारिश होती है। जून महीने के शुरूआती दिनों में औसतन 50 मिमी बारिश दर्ज की जाती है।