नई दिल्ली। हरी सब्जियों के रेट आसमान छूने लगे हैं। वहीं टमाटर की बात करें तो महज एक हफ्ते पहले तक 40 रुपये किलो बिकने वाले टमाटर के भाव 6 गुना बढक़र 120 रुपये पर पहुंच गए हैं। टमाटर की कीमतों में आए तेज उछाल को सरकार ने अस्थायी और मौसम-जनित परिस्थिति बताते हुए मंगलवार को कहा कि इसके दाम जल्द ही नीचे आ जाएंगे। देश के कई शहरों में 100 रुपए और उससे भी अधिक दाम पर टमाटर बिकने की खबरें आ रही हैं। उत्तर प्रदेश में तो कीमतें लगभग 200 रुपए तक पहुंच गईं हैं और इसी वजह से खाना बनाने में प्रमुखता से इस्तेमाल होने वाले टमाटर ने घरों का बजट बिगाडऩे का काम किया है।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में तो मंगलवार को टमाटर की कीमत खुदरा बाजार में 160 रुपए से लेकर 180 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई। आलम यह है कि जो लोग टमाटर खरीदने के लिए आ रहे हैं, वो दाम सुनकर ही वापस हो जाते हैं और जिन्हें टमाटर ही चाहिए वो सिर्फ 100 से 200 ग्राम टमाटर खरीदने को मजबूर हैं।
इस बीच, उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने इस संदर्भ में कहा कि टमाटर की कीमतों में तीव्र वृद्धि एक अस्थायी समस्या है। उन्होंने कहा, ‘हर साल इस समय ऐसा होता है। दरअसल टमाटर बहुत जल्द खराब होने वाला खाद्य उत्पाद है और अचानक बारिश होने से इसकी ढुलाई पर असर पड़ता है।’
मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अगले कुछ दिनों में कीमतें कम होने वाली हैं, दिल्ली में सोलन और हिमाचल प्रदेश के अन्य केंद्रों से ताजा आपूर्ति की उम्मीद है, जिससे टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।’ अधिकारी ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि 10 से 15 दिनों के भीतर टमाटर की कीमत कम होनी शुरू हो जाएगी।’
उपभोक्ता मामलों के विभाग के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 27 जून को अखिल भारतीय स्तर पर टमाटर की औसत कीमत 46 रुपये प्रति किलो रही। हालांकि इसकी अधिकतम कीमत 122 रुपये प्रति किलो भी दर्ज की गई है। देश के चार मेट्रो शहरों की बात करें तो दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 60 रुपए प्रति किलो, मुंबई में 42 रुपए प्रति किलो, कोलकाता में 75 रुपए प्रति किलो और चेन्नई में 67 रुपए प्रति किलो रही।
हालांकि सरकारी आंकड़ों का कहना है कि कर्नाटक के बेल्लारी में टमाटर का भाव 122 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दूध एवं फल-सब्जियों की बिक्री करने वाली मदर डेयरी के स्टोर पर भी टमाटर का भाव एक हफ्ते में ही दोगुना होकर करीब 80 रुपए प्रति किलो हो चुका है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में बारिश होने से टमाटर की आपूर्ति बाधित होने से इसके दाम में उछाल आया है।
राजधानी दिल्ली में सब्जी विक्रेता अलग-अलग जगहों पर टमाटर को 80-120 रुपए प्रति किलो की दर से बेच रहे हैं। पश्चिम विहार इलाके में सब्जियों के विक्रेता बब्लू ने कहा, ‘हम 15 जून तक 25-30 रुपये प्रति किलो के भाव पर टमाटर बेच रहे थे। कुछ दिनों में ही यह 40 रुपए प्रति किलो हो गया और फिर 60 और 80 रुपए प्रति किलो के भाव तक पहुंच गया है।’ सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फसल सत्र 2022-23 में टमाटर का उत्पादन 2.062 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जबकि इसके एक साल पहले यह 2.069 करोड़ टन रहा था।
इस बीच तमिलनाडु में सरकार ने टमाटर के बढ़ते दामों पर लगाम लगाना शुरू भी कर दिया है। यहां फार्म फ्रेश आउटलेट्स (एफएफओ) पर टमाटर बेचे जाएंगे। एफएफओ में टमाटर 68 रुपये प्रति किलो बिकेगा। एफएफओ में 60 रुपये प्रति किलोग्राम पर टमाटर बेचने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। तमिलनाडु सहकारिता, खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री पेरियाकरुप्पन ने बताया कि गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को राहत देने के लिए, टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।