देहरादून 22 सितम्बर 2020 (हि. डिस्कवर)
यह सचमुच भौंचक क़र देने वाली खबर है कि प्रदेश की राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन रेखा आर्य प्रदेश के अपर सचिव व निदेशक महिला कल्याण एवं बाल विकास वी. षणमुगम के विगत 20 सितम्बर 2020 से लापता होने की खबर डीआईजी/एसएसपी पुलिस देहरादून को अपने पत्र संख्या 511/कैम्प/VIP/2020 दिनांक 22/09/2020 के माध्यम से प्रेषित करती हैं, जिसका कि सचिवालय प्रशासन को भी ज्ञान नहीं है।
महिला कल्याण एवं बालविकास मंत्री अपने पत्र के माध्यम से डीआईजी/एसएसपी देहरादून को जानकारी देती हुई लिखती हैं कि विगत 20 सितम्बर 2020 से अपर सचिव वी. षणमुगम का फोन बंद चल रहा है। उन्होंने लिखा है कि उन्होंने कई बार जब फोन किया और फोन जब उनसे संपर्क नहीं हो पाया तब उनके निजी सचिव ने वी. षणमुगम के निजी सचिव को फोन लगाया लेकिन उन्होंने भी फोन नहीं उठाया।
उन्होंने आशंका जताते हुए अपने पत्र में लिखा है कि ऐसे में लगता है कि उनका अपहरण हो गया है। फिर वह पत्र के माध्यम से ही इस बात का भी खुलासा करती हैं कि महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग में घोर अनियमितताएं एवं धांधली हुई हैं, ऐसे में वी.षणमुगम अपनी जिम्मेदारियों से बच नहीं सकते। श्रीमती रेखा आर्या ने स्पष्ट कहा है कि इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि वे स्वयं इस सब से बचने के लिए भूमिगत हो गए हैं।
उन्होंने डीआईजी/एसएसपी देहरादून को लिखे पत्र में स्पष्ट चेतावनी भरे अंदाज में लिखा है कि उन्हें सकुशल ढूंढ निकालें व बताएं कि उन्हें उनकी विभागीय मंत्री ने तत्काल तलब किया है।
यह पत्र कल यानि 23 सितम्बर से शुरू होने वाले विधान सभा सत्र में हंगामा बरपा सकता है। इस पर विपक्ष जब भी जैसे भी घेरे लेकिन विभागीय मंत्री के तल्ख तेवर जरूर यह बता रहे हैं कि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। खबर लिखे जाने से पूर्व जानकारी लेने के लिए अपर सचिव वी. षणमुगम के मोबाइल नम्बर 9927699403 पर हमारे द्वारा भी उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया लेकिन फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर व स्विच ऑफ बताता रहा।