* हमारी लोक संस्कृति व लोक समाज की ध्वज पताका हमेशा ऊँची व जीवन्त रहे – महेन्द्र सिंह राणा
पौड़ी गढ़वाल (हि. डिस्कवर)
पौड़ी गढ़वाल के विकास खंड द्वारीखाल अंतर्गत डाडामंडी में आयोजित राजकीय गेन्द मेला में 149वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रशासक महेन्द्र सिह राणा एवं प्रशासक कल्जीखाल बीना राणा ने संयुक्त रूप से इस मेले का उद्घघाटन कर शुभारम्भ किया।
वर्तमान में यह मेला स्व0 छवाण दत्त तिवाडी की स्मृति में हर साल मनाया जाता है। इस मेले को बर्ष 1876 से लगातार मनाते आ रहे हैं जिसमें पूरी घाटी के लोगों के अलावा विकास खंड दुगड्डा, लैंसडाउन, यमकेश्वर, कल्जीखाल सहित दूर-दूर से लोग मेले में शिरकत करने आते हैं।
डाडामण्डी पहुॅचने पर मन्दिर समिति के सदस्यों एवं जन प्रतिनिधियों ने प्रशासक महेन्द्र सिंह राणा द्वारीखाल एवं प्रशासक कल्जीखाल बीना राणा का फूल मालाओं से स्वागत किया। मेले के शुभारम्भ के साथ विभिन्न विद्यालयों की छात्र-छात्राओं द्वारा अपनी सुन्दर सांस्कृतिक प्रस्तुतियॉ कार्यक्रम में प्रस्तुत की गयी।
इस अवसर पर प्रमुख महेन्द्र सिंह राणा ने राजकीय गेन्द मेला समिति डाडामण्डी अपने शब्दों में आभार जताते हुए मेला समिति का हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत करते हुए आभार जताया है। उन्होंने कहा कि यह अद्भुत है कि वे लगभग डेढ़ सदी अर्थात डेढ़ सौ बर्ष के उस ऐतिहासिक मेले का शुभारम्भ कर रहे हैं, जिसमें हमारे गढ़वाल का गौरान्वित इतिहास के स्वर्णिम पन्ने लिखे गए हैं।
उन्होने कहा कि गेन्द मेला समिति का यह एक अच्छा सार्थक प्रयास है कि उन्होंने इस कड़ी को कभी टूटने नहीं दिया। सच कहूं तो यह इस घाटी के तमाम लोगों के लिए अपने पूर्वजों व पित्रों के प्रति आस्था व समर्पण का वह सैलाव है जो कई पीढ़ीयों के इतिहास की पुनरावृति करता दिखाई देता है। मैं कृतज्ञ हूँ इस क्षेत्रीय जनता का जिन्होंने मुझे ऐसा सुनहरा अवसर प्रदान किया है और मुझे अपने सेवक के रूप में निरंतर कार्य करने का अवसर प्रदान किया है। मैं इस अवसर पर स्व0 छवाण दत्त तिवाडी जी को हृदय से श्रद्वांजली अर्पित करता हॅू एवं उनके परिजनों का धन्यवाद करता हॅू कि उन्होने इस प्रथा को आजतक जीवित रखा है।
महेंद्र सिंह राणा ने कहा कि हमें अपने लोक त्योहारों को हमेशा पूरी आस्था व गर्मजोशी के साथ मनाना चाहिये जिसमें हमारी लोक संस्कृति व लोक समाज की ध्वज पताका हमेशा ऊँची व जीवन्त रहे। उन्होंने कहा कि मैं मकर संक्रान्ति की क्षेत्रीय जनता, कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारी, छात्र-छात्राओं एवं दर्शकों को मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएं एवं बधाई हार्दिक शुभकामनायें ज्ञापित करता हूँ तथा गेन्द मेला समिति का एक बार पुनः धन्यवाद करता हूॅ।
इस अवसर पर गेन्द मेला समिति के संयोजक सतीश देवरानी, गेन्द मेला समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश तिवाडी, सचिव किशन लाल, कोषाध्यक्ष हरेन्द्र सिह रावत, सहसचिव मुकेश बडथ्वाल, प्रशासक कल्जीखाल बीना राणा, डॉक्टर सुजाता रावत, डाडामण्डी, प्रशासक ग्राम पंचायत चन्द्रमोहन चौधरी, आशीष तिवारी, यशपाल सिह रावत, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य, सुनीता बिष्ट, प्रशासक जगमोहन देवरानी, अर्जुन सिह नेगी, पूर्व प्रधान संगठन अध्यक्ष, मुन्नी देवी, उषा देवी, सतीश काला जमेली, मनोज कुलाश्री, राजीव तोमर जमेली, महेन्द्र चौहान जमेली, प्रशासक आनन्दमणी बडथ्वाल, सीमा देवी, शशी देव डोबरियाल, विकास खण्ड के प्रभारी सहा0विकास अधिकारी पंचायत राजेश जोशी, समस्त ग्राम विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, रोजगार सेवक मनरेगा, अधिकारी एवं कर्मचारी, एवं चिरंजीव तिवाडी, दिवाकर बौंठियाल, सते सिह चौहान, सुरेन्द्र आर्य, आदि बडी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहें।
ज्ञात हो कि यमकेश्वर विधान सभा अंतर्गत डाडामंडी, त्योंडों थल नदी, कांडी-कस्याली व कोटद्वार विधान सभा अंतर्गत किशनपुरी पौड़ी विधान सभा अंतर्गत बिलखेत-सांगुडा व परसुन्डाखाल सहित विभिन्न स्थानों में हर बर्ष बसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित किया जाता है।