रामनगर (उत्तराखंड)/ हिमालयन डिस्कवर
आज सुबह सबेरे एक बेहद दुखद खबर सामने आ रही है।बराथ-किनाथ=गौलीखाल से रामनगर जाने वाली बस सुबह लगभग 8:45 बजे कुप्पी बैंड के पास दुर्घटनाग्रस्त होकर कई मीटर नीचे खाई में समाती हुई ऐन रामगंगा से 10 मीटर पहले जा गिरी, जिसमें 36 लोगों की मौत की पुष्ट खबर है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दिवाली,भैयादूज त्यौहार व क्रिकेट मैच इत्यादि खेलकर गाँव से रामनगर व अन्यत्र शहरों के किये लौट रहे यात्रियों से बस ख़च्चाखच भरी हुई थी,जो अचानक कुप्पी बैंड के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में समा गई। 36 यात्रियों की मौत की1 अपुष्ट खबर के साथ साथ कई यात्री गंभीर रूप से घायल बताएं जिन्हे नजदीकी अस्पताल व रामनगर रेफर किया गया है । फिलहाल रेस्क्यू एजेंसियों ने मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक यूजर्स की एक 42 सीटर बस नैनीडांडा के किराथ से रामनगर आ रही थी। इसी दौरान मर्चुला (कुपी बैंड) के पास बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। हादसा इतना भीषण था कि कई लोग बस से छिटककर दूसरी तरफ जा गिरे, जिन्होंने इस हादसे की सूचना दी। वहीं सोशल साइट पर फैली खबरों का अगर संज्ञान लिया जाय तो कोई गाड़ी में कुल 35 सवारियों का होना बता रहा है, तो कोई 15 की मौत तो कोई 07, 35, 40, 53 लोगों के मारे जाने की बात कह रहा है। जिससे यह स्पष्ट कह पाना संभव नहीं है कि मृतकों की यथार्थ संख्या कितनी है और बस में सवार यात्रियों की संख्या क्या रही होगी? पूरी खबर की यथार्थता सरकारी आंकड़ों में ही प्रदर्शित हो सकेगी, जिसका अभी इन्तजार करना होगा। अब जबकि 27 के मरने की अधिकारिक पुष्टि हो गई है।
हादसे की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, अल्मोड़ा पुलिस की टीम के साथ 5 इमर्जेंसी 108 एम्बुलेंस मौके पर हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। अपुष्ट खबर यह भी है कि मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है।
घटना पर गहरा दुःख जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि “जनपद अल्मोड़ा के मार्चुला में हुई दुर्भाग्यपूर्ण बस दुर्घटना में यात्रियों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। जिला प्रशासन को तेजी के साथ राहत एवं बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
घटनास्थल पर स्थानीय प्रशासन एवं SDRF की टीमें घायलों को निकालकर उपचार के लिए निकटतम स्वास्थ्य केंद्र तक पहुँचाने हेतु तेजी से कार्य कर रही हैं। आवश्यकता पड़ने पर गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एयरलिफ्ट करने के लिए भी निर्देश दिए हैं।”