देहरादून (हि. डिस्कवर)
400 करोड़ के रजिस्ट्री घोटाला मामले में पांच राज्यों में ईडी द्वारा देहरादून में कई स्थानों में दबिश दी गई। ईडी अर्थात प्रवर्तन निदेशालय सभी जगह सर्च ऑपरेशन चला रही है। सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम और पंजाब के लुधियाना समेत कई लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन चला रही है। उत्तराखंड की बात करें तो देहरादून और ऋषिकेश में भी अलग-अलग लोकेशन पर छापेमारी चल है। इस दौरान ईडी द्वारा देहरादून के नामी वकील कमल विरमानी के आवास पर छापेमारी कर पूरे घर को खंगाला गया है।
सूत्रों का कहना है कि फर्जी रजिस्ट्री मामले में शामिल भू माफियाओं, रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यरत सरकारी कर्मचारी-अधिकारियों, सरकारी वकील समेत कुछ बिल्डर के लोकेशन पर चल छापेमारी चल रही है। इस मामले में जुलाई 2022 पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। उसके बाद लगातार 18 मुकदमे दर्ज हुए। जिसमें 20 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी कर जेल भेजा जा चुका है, जिनमें संतोष अग्रवाल, दीप चंद अग्रवाल, मक्खन सिंह, डालचंद, वकील इमरान अहमद, अजय क्षेत्री, रोहताश सिंह, विकास पांडे, कुंवर पाल उर्फ केपी, कमल विरमानी और विशाल कुमार इत्यादि नाम सामने आये हैं।
ज्ञात हो कि विगत बर्ष 15 जुलाई 2023 को देहरादून सहायक महानिरीक्षक निबंधन संदीप श्रीवास्तव ने द्वारा इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोपियों की मिलीभगत से षड्यंत्र रचकर उप निबंधक कार्यालय प्रथम और द्वितीय में अलग-अलग भूमि विक्रय दस्तावेज से छेड़छाड़ करने की बात कही गई थी। शिकायत के आधार पर कोतवाली नगर देहरादून में मुकदमा दर्ज किया गया। जिसके बाद एसआईटी टीम का गठन किया गया।
एसआईटी टीम ने जांच में रजिस्ट्रार ऑफिस से जानकारी निकाली, फिर रिंग रोड से संबंधित 30 से ज्यादा रजिस्ट्रियों की जानकारी जुटाई। साथ ही कई लोगों से पूछताछ की। पूछताछ और जांच के दौरान कुछ प्रॉपर्टी डीलरों के नाम सामने आए। जिनसे पूछताछ करने पर फर्जीवाड़े में शामिल कई लोगों के नाम आए हैं। इसके बाद टीम ने कई संदिग्ध लोगों के बैंक अकाउंट खंगाले। जिसमें करोड़ों रुपए के लेन-देन की बात सामने आई।
एसआईटी जाँच में कई ऐसे दस्तावेज मिले, जो रजिस्ट्रार कार्यालय से फर्जीवाड़े के जरिए हासिल किए गए थे। जिसके बाद एसआईटी ने संतोष अग्रवाल, दीप चंद अग्रवाल, मक्खन सिंह, डालचंद, वकील इमरान अहमद, अजय क्षेत्री, रोहताश सिंह, विकास पांडे, कुंवर पाल उर्फ केपी, कमल विरमानी और विशाल कुमार को गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी के बाद सख़्ती से पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं।
विगत 31 अगस्त को देहरादून में फर्जी रजिस्ट्री में शामिल भूमाफिया, रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यरत सरकारी कर्मचारी-अधिकारी, सरकारी वकील समेत कुछ बिल्डर के लोकेशन पर ईडी की छापेमारी ने फिर इस मामले को सामने ला दिया है । सूत्रों की मानें तो आज सुबह करीब 6 बजे देहरादून में 25 गाड़ियों में ईडी की टीम आई थी और अलग-अलग लोकेशन पर जाकर छापेमारी कर रही है। देहरादून के अलग-अलग जगह राजपुर रोड, डालनवाला, आकाशदीप कॉलोनी समेत कई लोकेशन पर ईडी छापेमारी हुई जिसमें मुख्य दो आरोपी वकील इमरान और कमल विरमानी के घरों पर भी छापेमारी की गई. ज्ञात हो कि कमल विरमानी को विगत बर्ष 27 अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों के अनुसार ईडी छापेमारी के दौरान दस्तावेज, कागजात और कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटा रही है। अपुष्ट खबरों के अनुसार इस छापेमारी में पुलिस द्वारा कुछ लाख रूपये व एक आई फोन जब्त किया है। अभी ईडी की ओर से अधिकारिक रूप से घोषणा होनी बाकी है कि छापेमारी में क्या कुछ मिला है।