“कल्याणी सम्मान 2024”
नयी दिल्ली (हि. डिस्कवर)
“मन भरमै गे मेरु, सुधबुध ख्वेगे..सुणी तेरी बांसुरी सुर, मन म सुर्रे सुर बाँसुली, बण म सुर्रे-सुर…! सचमुच ऐसा ही कुछ माहौल था जब कल्याणी सामाजिक संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आज (10 मार्च 2024 को) नई दिल्ली के पंचकुंइया रोड़ स्थित गढ़वाल भवन में “कल्याणी सम्मान समारोह 2024” का आयोजन किया। यह कार्यक्रम उत्तराखंड मूल की उन महिलाओं के सम्मान में रखा गया था जिन्होंने विकट परिस्थितियों से लड़़कर समाज में एक अलग मुकाम हासिल किया, जो लगातार अपने कार्यो से देश व समाज के लिए प्रेरणा बनी। उसी मातृशक्ति में नई ऊर्जा प्रवाहित करने के लिए लगातार पांचवीं बार संस्था द्वारा इस सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। अपनी मधुर आवाज का जादू बिखेरने वाली वसुंधरा रतूड़ी सहित उत्तराखंड की 11 अन्य उन महिलाओं को कल्याणी मंच पर कल्याणी संस्था द्वारा कल्याणी सम्मान-2024 से सम्मानित किया गया जिन्होंने अपने अपने कार्यक्षेत्र में लोक समाज व लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों पर विलक्षण कार्य कर अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी है।
इस मौके पर संस्था द्वारा पहाड़ के दुर्गम क्षेत्रों से लेकर प्रदेश की राजधानी देहरादून तक की उन 11 महिलाओं को “कल्याणी सम्मान 2024” से सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में समाज के लिए उत्कृष्ठ योगदान देकर उत्तराखंड को गौरवान्वित करने का काम किया है। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि उत्तराखंड भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्षा आशा नौटियाल, उत्तराखंडी फिल्मों के निर्माता/निर्देशक राकेश गौड़, महाकौथिग के संयोजक राजेंद्र चौहान, कल्याणी सामाजिक संस्था की अध्यक्षा बबिता नेगी व समस्त कार्यकारणी सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलित कर संयुक्त रूप से किया गया।
इस मौके पर जी टीवी पर सारेगामापा लिटिल चैंम्प के अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरने वाली उत्तराखंड की बेटी वसुंधरा रतूड़ी ने स्वर्गीय लता मंगेशकर द्वारा गाया गया एक मात्र गढ़वाली लोक गीत “मन भरमै गे मेरु, सुधबुध ख्वेगे..” गीत गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कल्याणी सम्मान समरोह को देखने के लिए आज बड़ी संख्या में प्रवासी उत्तराखंडी महिलाएं व सामाजिक सरोकारों से जुड़े पुरुष दिल्ली के गढ़वाल भवन में एकत्रित हुए। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्षा बबिता नेगी ने समारोह में उपस्थित सभी महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी महिलाएं आज किसी क्षेत्र से अछूती न रहकर हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहीं हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक क्षेत्रो मे कार्य करने वाली सभी महिलाएं आज सम्मान की पात्र हैं।
इस अवसर पर आज उत्तराखंड की निम्नलिखित महिलाओं को कल्याणी सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया।
- श्रीमती मीना तिवारी, ग्राम गोपेश्वर, चमोली गढ़वाल
- श्रीमती मीना बहुगुणा, ग्राम सेम, ब्लॉक जखोली, रुद्रप्रयाग
- सुश्री साक्षी डबल डोभाल (गायिका), ग्राम कौड़ा, पौड़ी गढ़वाल
- श्रीमती पूनम वर्मा, ग्राम बाटुला पोस्ट ऑफिस मायापुर, चमोली
- सुश्री सोनम वर्मा (कला क्षेत्र), देहरादून
- श्रीमती साधना जोशी (साहित्य क्षेत्र), ग्राम सौरा, ब्लाक भटवाड़ी उत्तरकाशी
- श्रीमती राजेश्वरी देवी जोशी, श्रीनगर गढ़वाल
- श्रीमती किरण शर्मा, ग्राम सुनवर्मा, धुमाकोट, पौड़ी गढ़वाल
- श्रीमती ममता रावत ग्राम एवं पोस्ट भंकोली, ब्लॉक भटवाड़ी, उत्तरकाशी
- सुश्री साक्षी चौहान, (खेल क्षेत्र) ऋषिकेश
- श्रीमती जमुना रावत, (स्वरोजगार क्षेत्र), ब्रह्मखाल उत्तरकाशी
इस अवसर पर रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम आज महिलाओं के नाम था, हालांकि दर्शक दीर्घा में पुरुष भी नारियों का हौसला बढ़ाते नजर आये। सम्माम समारोह के दौरान सुप्रसिद्ध लोक गायिका सुनीता बेलवाल ने खूबसूरत लोकगीत सुनाकर सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के अंत में नॉन स्टाफ गीतों पर सभी महिलाएं खूब थिरकी।
सभागार में आये समाज के प्रतिष्ठित लोगों में सुप्रसिद्ध संगीतकार वीरेन्द्र नेगी, लोकगायिका कल्पना चौहान, संगीतकार राजेंद्र चौहान, अभिनेता राकेश गौड़, कृष्णा गौड़, गढ़वाल हितेशणी सभा के अध्यक्ष अजय बिष्ट, जगमोहन सिंह जगमोरा, बिनोद कबटियाल, रमेश घिल्डियाल, आजाद नेगी, प्रताप नेगी, प्रताप थलवाल, गणेश नेगी, उदय ममगाईं राठी, जगमोहन रावत, नरेन्द्र गुसाईं, प्रताप घुगतियाल, संजय चौहान, संजय उनियाल, पत्रकार दीप सिलोड़ी, द्वारका चमोली, संयोगिता ध्यानी, बबली ममगाईं, प्रेमा धोनी, कुसुम बिष्ट, कोमल राणा, गीता गुसाईं, रिया शर्मा, विजय लक्ष्मी भट्ट, संतोष शर्मा, अंजू भंडारी, अन्नू राणा, रेनू घिल्डियाल, कविता, रेनू उनियाल सहित उत्तराखंड समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।