नई दिल्ली। संसद पर हमले की 22वीं बरसी पर लोकसभा की दर्शक दीर्घा से दो लोग कक्ष में कूद गए। इस घटना ने एक बार फिर संसद की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए संसद की सुरक्षा को अपग्रेड किया गया है और कई सुरक्षा को मजबूत करने को लेकर कई कदम उठाए गए हैं। सरकार ने संसद परिसर में आने वाले विजिटर्स पर फिलहाल रोक लगा दी है।
इसके अलावा सबसे जरूरी सुरक्षा प्रोटोकॉल को भी पूरी तरह बदल दिया गया है। अब से सांसद, स्टाफ के सदस्य और प्रेस से जुड़े लोग अलग-अलग गेट से संसद भवन में दाखिल होंगे। इसके अलावा जब विजिटर्स दोबारा से आने शुरू होंगे तो वह पुराने वाले गेट से एंटर नहीं कर सकेंगे। विजिटर्स चौथे गेट से अब संसद भवन में दाखिल होंगे।
अभी अगली सूचना तक विजिटर्स पास जारी करने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। साथ ही जहां विजिटर्स बैठते हैं, उस दर्शक दीर्घा को पूरी तरह कांच से ढक दिया जाएगा ताकि कोई भी दोबारा से ऐसी सुरक्षा चूक न कर सके। एयरपोर्ट पर जिस तरह के बॉर्डी स्कैनर्स होते हैं, उसी तरह के संसद भवन में भी लगाए जाएंगे। इसका इस्तेमाल आगे से जांच के लिए किया जाएगा। नए सिरे से यह पूरी सुरक्षा व्यवस्था कल संसद की सुरक्षा में हुई चूक के बाद अपनाई जा रही है।
बता दें, बुधवार को लोकसभा में दो युवक दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए और सदन की बेंच पर एक जगह से दूसरी जगह पर दौडऩे लगे। युवक अपने जूते में स्प्रे छिपाकर लाए थे, जिसे छिडक़ने से सदन में पीला धुंआ फैल गया। इस दौरान सांसदों ने दोनों आरोपियों को पकड़ा और सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया गया। बताया जा रहा है कि दोनों विजिटर्स पास के जरिए दर्शक दीर्घा तक पहुंचे थे। वहीं सदन के बाहर भी दो आरोपियों ने स्मोक कैन का इस्तेमाल किया और जमकर नारेबाजी की।