उत्तरकाशी जिले के एक रिसॉर्ट में 30 नवंबर को युवती ने की थी आत्महत्या
प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद- कांग्रेस
उत्तरकाशी। संगमचट्टी क्षेत्र के भंकोली निवासी अमृता रावत की मौत का उबाल चारों तरफ देखने को मिल रहा है, एक ओर जहां ग्रामीणों और परिजनों द्वारा लगातार अमृता को इंसाफ दिलाने की मांग की जा रही है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी इस पूरे मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। वहीं अब एसपी अर्पण यदुवंशी ने अमृता प्रकरण में एसआईटी जांच बिठा दी है। उन्होंने सीओ अनुज कुमार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम गठित की है, जो पांच दिन में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी। मृतका के पिता की तहरीर पर मनेरी थाना में रिजॉर्ट मालिक अनिल कुड़ियाल और उसके कुक मैन पंकज के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। एसआईटी जांच टीम आरोपियों से मामले में गहन पूछताछ कर रही है।
दरअसल उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 13 किमी दूर संगमचट्टी क्षेत्र के क्यारी गाड़ के नजदीक स्थित एक रिजॉर्ट में 18 वर्षीय अमृता संदिग्ध अवस्था में फंदे से लटकी मिली। मृतका के पांव जमीन से लगे हुए थे। रिजॉर्ट स्वामी अनिल कुड़ियाल ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वीडियो और फोटोग्राफी कर शव को नीचे उतारा। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। शनिवार को दिनभर परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल में हंगामा काटा और उच्चस्तरीय जांच की मांग की। रविवार को शव का दाह संस्कार किया गया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सीएम को पत्र लिखकर उत्तरकाशी के रिजॉर्ट में युवती की मृत्यु की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी उत्तरकाशी से चार महिलाएं लापता हो चुकी हैं। ऐसी घटनाओं से राज्य की छवि खराब हो रही है। वहीं उपाध्यक्ष संगठन प्रशासन मथुरादत्त जोशी द्वारा जारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के बयान में कहा गया है कि उत्तरकाशी के रिजॉर्ट में युवती की मौत बेहद संदिग्ध अवस्था में हुई। इससे पहले भी एक अन्य रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता भंडारी की हत्या हो चुकी है।
शासन-प्रशासन द्वारा समय पर अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई न किए जाने से अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। महिलाओं और दलितों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। इस तरह की घटनाओं से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। देहरादून में रिलायंस ज्वेलर्स में हुई डकैती की घटना, कानून व्यवस्था ठप होने का प्रमाण है। ऐसे में सरकार को ऐसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों को जेल में डालना सुनिश्चित करना चाहिए।