भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में अनेक सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा है। पार्टी ने यह सोच कर सांसदों की टिकट दी थी कि वे खुद तो जीतेंगे ही साथ ही अपने लोकसभा क्षेत्र की दूसरी सीटों पर भी पार्टी के उम्मीदवारों को जीत दिलाएंगे। लेकिन कई सांसदों की सीट पर भाजपा का हिसाब किताब गड़बड़ाया है। इसके अलावा कुछ सांसद उम्मीदवारों के साथ ऐसा संयोग भी हुआ कि वे गलत कारणों से खबरों में रहे। ग्वालियर-चम्बल की दिमनी सीट से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से उनके बेटे की दो वीडियो सामने आई है, जिसमें वे किसी व्यक्ति के साथ कथित तौर पर सैकड़ों करोड़ रुपए की डील करते दिखाए देते हैं। हालांकि तोमर ने प्रेस कांफ्रेंस करके इसका खंडन किया है और कहा है कि वीडियो फर्जी है। उन्होंने कांग्रेस पर इसका आरोप लगाया है लेकिन इन दो वीडियो से उनके लिए बहुत मुश्किल खड़ी हुई है।
इसी तरह मध्य प्रदेश में नरसिंहपुर विधानसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल चुनाव लड़ रहे हैं हैं। पिछले दिनों उनके काफिले का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए। राजस्थान में दो सांसदों, राज्यवर्धन राठौड़ और दीया कुमार के खिलाफ भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की जबरदस्त बगावत देखने को मिली। हालांकि उनक सीटों के जो सम्भावित दावेदार थे उनको तो किसी तरह से मनाया गया है लेकिन जमीनी स्तर पर नाराजगी अब भी बनी हुई है। उधर तेलंगाना में पार्टी ने अपने तीन सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा है लेकिन किसी की जीतने की संभावना नहीं जताई जा रही है। सांसदों की बजाय टी राजा सिंह और एटाला राजेंद्र के चुनाव जीतने की ज्यादा संभावना बताई जा रही है।