Friday, November 22, 2024
Homeउत्तराखंडछत्तीसगढ़ की चुनावी सभाओं में गरजे सतपाल महाराज

छत्तीसगढ़ की चुनावी सभाओं में गरजे सतपाल महाराज

बोले सनातन धर्म का न आदि है न ही अनंत

देहरादून/छत्तीसगढ़। सनातन धर्म पर जो लोग अंगुलियां उठा रहे हैं वह सनातन धर्म की महत्ता को समझते ही नहीं हैं। सनातन धर्म का अर्थ है जिसका आदि और अंत नहीं होता, वह हमारे जीवन का आधार है। उक्त बात प्रदेश के लोकनिर्माण, पर्यटन, सिंचाई, पंचायतीराज ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के परसाडा में अभनपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी इंद्र कुमार साहू के समर्थन में और चिल्फी में साजा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी ईश्वर साहू के समर्थन आयोजित चुनावी सभाओं स्थानीय जनता को सम्बोधित करते हुए कही।

महाराज ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार में तेजी के विकास कार्य हो रहे हैं। विश्व में आज भारत का जयगान हो रहा है। जबकि वहीं छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। राज्य में विकास का पहिया जाम है। कांग्रेस सरकार में प्रदेश के प्राकृतिक संसाधन कोयले में 540 करोड़ का घोटाला हुआ है। प्रत्येक गौठान में हर माह गौ वंश के संरक्षण के नाम पर 1300 करोड़ रूपये का घोटाला किया गया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के भ्रष्टाचार ने पीडीएस योजना को भी नहीं छोड़ा। खाद्य विभाग के डेटाबेस में 165000 मीट्रिक टन चावल दर्ज है, जबकि जिलों में दर्ज बचत के डेटाबेस में यही चावल मात्र 96080 मीट्रिक टन पहुंचा है। दोनों ही सरकारी आंकड़ों के बीच में 68900 मीट्रिक टन चावल का अंतर है, यह चावल आखिर कहाँ गया? डेटाबेस में गड़बड़ी कर लगभग 600 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है।

महाराज ने चुनावी सभा में जनता से भाजपा प्रत्याशियों को विजय बनाने का अनुरोध करते हुए आह्वान किया कि वह राज्य से भ्रष्टाचारी कांग्रेस सरकार को उखाड़ कर भाजपा की डबल इंजन की सरकार को सत्ता में लायें ताकि यह प्रदेश विकास की बुलंदियों को छूते हुए नये कीर्तिमान स्थापित करें। इस मौके भाजपा के अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES