पौड़ी गढ़वाल (हि. डिस्कवर)
जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान ने बैठक क़े दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल कनेक्टिविटी को लेकर आ रही लगातार शिकायतों
पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों को हिदायत दी है कि इस वित्तीय बर्ष क़े 10 माह शेष हैं, ऐसे में दिए गये लक्ष्य को हर हाल में पूरा करें अन्यथा किसी भी तरह की कार्यवाही क़े लिए तैयार रहें क्योंकि हमारी सरकार हर हाल में पेयजल कनेक्टिविटी को बेहद गंभीरता से ले रही है ताकि हर जनमानस लाभान्वित हो सके ।
उन्होंने कहा कि इस बर्ष में लगभग 25 हजार से अधिक कनेक्शन का हमारी सरकार का लक्ष्य है, जिसके लिए 10 टीमें काम करेंगी तो यह प्रत्येक क़े 2500 कनेक्शन रह जाएंगे ऐसे में इस माह में कम से कम हर टीम 10 प्रतिशत कनेक्शन भी करेगी तो कुछ साकारात्मक परिणाम दिखने को मिल सकते हैं।
जिलाधिकारी आशीष चौहान ने विधान सभा क्षेत्र यमकेश्वर क़े अमोला गाँव का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं क्षेत्र भ्रमण क़े दौरान पाया कि वहां पेयजल किल्लत है व महीने
भर में बमुश्किल तीन या चार दिन पानी आता है, ऐसे में पानी क़े स्रोत से पानी भरकर लाने में बच्चों क़े लिए वन्यजीवों का खतरा बना रहता है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि इस मामले को गंभीरता से लें व इस पर त्वरित कार्यवाही करें। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसी किसी भी योजना को धरातल में न उतारें जो जनहित में उपयोगी साबित नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि जिस भी योजना का ड्राफ्ट तैयार हो उस पर बेहद सावधानी व तकनीकी बारिकियों को देखकर ही कार्य किया जाए। ऐसी कोई योजना वह भविष्य में नहीं देखना चाहते जो जनोपयोगी साबित न हो और अगर ऐसा हुआ तो यह सोच लीजिये कि मैं ऐसे अधिकारी को सस्पेंड करने में देरी नहीं लगाऊंगा।
इस दौरान अधिकारियों ने कई पेयजल योजनाओं पर जिलाधिकारी से अपनी रिपोर्ट साझा भी की जिसमें तीन पेयजल योजनायें हंस फाउंडेशन क़े माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में लागू की जानी हैं।