देहरादून (हि.डिस्कवर)
हादसे के बाद घायल क्रिकेटर ऋषभ पंत की सबसे पहले मदद करने वाले युवक रजत और नीशू मैक्स अस्पताल पहुंचे और पंत का हालचाल जाना। उन्होंने ऋषभ के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। सोमवार को मैक्स अस्पताल पहुंचे पुरकाजी निवासी रजत कुमार और नीशू ने बताया कि वे उस दिन सुबह काम पर जा रहे थे। तभी तेज धमाके के साथ एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे के बाद कार में आग लग गई। उन्होंने बताया कि वे दौड़ कर पहुंचे तो कार सवार युवक सड़क पर दर्द से कराह रहा था। उन्होंने तत्काल घायल ऋषभ पंत को अपनी चादर ओढ़ाई और उनके सिर पर कपड़ा बांधा। ताकि, माथे पर लगी चोट से खून का रिसाव न हो।
इसी बीच हरियाणा रोडवेज की बस आ गई। चालक-परिचालक ने तत्काल इसकी जानकारी 108 एंबुलेंस और पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि इस बीच तक उन्हें नहीं पता था कि घायल युवक क्रिकेटर ऋषभ पंत हैं।
पुलिसकर्मियों के साथ उन्होंने पंत को एंबुलेंस में बैठाया और परिजनों का मोबाइल नंबर मांगा। ताकि, हादसे की जानकारी घरवालों को दे सकें। घायल पंत ने मां सरोज पंत का नंबर दिया।
दोनों ने फोन कर परिजनों को जानकारी देनी चाही, लेकिन फोन बंद था। रजत कुमार ने बताया कि एंबुलेंस के जाने के बाद वे अपनी ड्यूटी पर चले गए।
रजत कुमार और नीतू ने कहा कि क्रिकेटर पंत की जिंदगी बचाने और उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने में जो योगदान दिया, उसके लिए उन्हें किसी सम्मान की जरूरत नहीं है। उनकी इच्छा है कि पंत जल्द स्वस्थ होकर खेल के मैदान में उतरें और जौहर दिखाएं।