Thursday, November 21, 2024
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उत्तराखंड जल संस्थान का कार्यालय बना अखाड़ा, कुर्सी के लिए जेई-एई में चले लाठी-डंडे, कर्मचारियों के भी फूटे सर, थाने पहुंचा मामला

बाजपुर। जल संस्थान कार्यालय में तैनात एई व जेई के बीच आपसी बात को लेकर कहासुनी हो गई जिसमें देखते ही देखते दोनों के बीच हाथापाई होने लगी और उनमें जमकर लाठी-डंडे चल निकलने। मारपीट के दौरान कुर्सी पर बैठी चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मी चपेट में आ गई, जिससे उसके एक हाथ में डंडा लगने से वह चोटिल हो गई। आनन-फानन में ही घायल हो उपचार के लिए एक निजी चिकित्सालय ले जाया गया है। इस घटना के कारण जल संस्थान कार्यालय में काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा।

मामूली बात पर हुआ विवाद
शहर के बाहरी छोड़ पर नैनीताल-बाजपुर मुख्यमार्ग किनारे जल संस्थान का कार्यालय है। शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे जेई प्रेम सिंह नैनवाल व एई बदरे आलम के बीच बाहर बरामदे में कुर्सी रखने को लेकर कहासुनी हो गई जिसमें देखते ही देखते बात बढ़ी तो उनमें हाथापाई होने लगी और दोनों में लाठी-डंडे चलने लगे। घटना के चलते कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इसी बीच कार्यालय में दरवाजे के पास कुर्सी पर बैठी चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मी गुलैंची देवी पत्नी स्व.सुरेश चंद्र मारपीट की चपेट में आ गई जिसमें उसके एक हाथ में काफी चोटें आई हैं। घायल को कार्यालय में ही तैनात अन्य कर्मचारियों ने निजी अस्पताल पहुंचाया गया है।

एक-दूसरे पर आरोप लगाकर दी तहरीर
वहीं दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीरें दे दी हैं जिसमें सहायक अभियंता बदरे आलम ने जेई पर शराब का सेवन करके कार्यालय आने व टोकाटाकी करने पर उनकी जाति को इंगित करते हुए अभद्रता किए जाने का आरोप लगाया है। वहीं जेई ने भी एई बदरे आलम पर अधिकारी होने कर रौव दिखाते हुए कर्मचारियों को डराने-धमकाने व जबरदस्ती बाहर रखी कुर्सी मेज हटवाने का आरोप लगाया है। वहीं समाचार लिखे जाने तक किसी की भी तरफ से मामला दर्ज नहीं हुआ था। अलबत्ता पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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