Thursday, November 21, 2024
Homeउत्तराखंडप्रत्येक फ्राइडे 12:30 बजे छुट्टी पर बवाल। मेजर कादिर हुसैन की स्कूल...

प्रत्येक फ्राइडे 12:30 बजे छुट्टी पर बवाल। मेजर कादिर हुसैन की स्कूल ब्राइट एंजेल का है मामला।

देहरादून (हिमालयन डिस्कवर)

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की तहसील विकास नगर में स्थित ब्राइट एंजेल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्कूल प्रशासन ने जहां एक ओर हर शुक्रवार को 12:30बजे छुट्टी का आदेश जारी किया है वहीं यह खबर लगते ही विकास नगर क्षेत्र में इस पर बबाल मचना शुरू हो गया है। स्थानीय लोग इसे अब एक मजहब द्वारा जानबूझकर ऐसे फैसले लिए जाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इस स्कूल में तीसरा प्रकरण है।

अब अन्य प्रकरणों पर बहरहाल कुछ भी कहा जाना सम्भव नहीं है क्योंकि उससे सम्बंधित तथ्य किसी के पास मौजूद नहीं हैं लेकिन आज के प्रकरण ने स्कूल के छात्र-छात्राओं की दैनिक डायरी में लिखे गए स्कूल प्रशासन के आदेश के बाद हंगामा बरपा दिया है। सूत्रों के मुताबिक जब बीईओ द्वारा इस सम्बंध में पड़ताल की गई तब स्कूल प्रशासन ने इसे नाटकीय मोड़ देते हुए कह दिया कि यह आदेश सिर्फ कुछ स्टाफ के लिए जारी किया गया था जो गलती से सभी छात्र/छात्राओं को फ़ॉरवर्ड हो गया।

यह तर्क गले नहीं उतरता क्योंकि कोई भी स्कूल कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा से नहीं चला सकता उसके नियम राज्य सरकार का शिक्षा विभाग तय करता है। ऐसे में भला यह कैसे सम्भव है कि एक स्कूल प्रशासक बिना सरकार की अनुमति लिए कुछ स्टाफ के लिए स्पेशल छुट्टी वह भी हर शुक्रवार की घोषित कर दे।

ज्ञात हो कि स्कूल ओनर मेजर कादिर हुसैन पूर्व में 2007 में बसपा से विकास नगर विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। तदोपरांत पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा इन्हें भाजपा में शामिल किया गया है व वर्तमान में यह विकास नगर क्षेत्र में भाजपा सदस्य हैं।

जीवन गढ़ क्षेत्र के लोगों का कहना है कि मेजर कादिर हुसैन की मानसिकता भाजपाई होती तो वह कभी ऐसे फैसले नहीं लेता जिससे सम्प्रदायों में तनाव की स्थिति पैदा हो जाय। यह निर्णय अगर स्कूल प्रशासन या मेजर कादिर हुसैन का है तो यह बेहद गैर जिम्मेदाराना है व यह साम्प्रदायिक सौहार्द खराब करने वाला है।

वहीं ब्राइट एंजेल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के इस आदेश पर अभिभावकों ने जताई कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने डायरी के माध्यम से अभिभावकों तक इस तरह का नोटिस भेजा है जो बेहद शर्मनाक है। स्थानीय लोगों ने आक्रोश जताते हुए कहा है कि यह कुछ भाजपा नेताओं की शह पर विकासनगर क्षेत्र के भाई चारे को खत्म करने की साजिश का हिस्सा हो सकता है। अगर शिक्षा विभाग व सरकार ने इस पर कड़ी कार्यवाही नहीं की तो आने वाले दिनों में यहां के हालात बदलने में देर नहीं लगेगी।

राकेश तोमर उत्तराखंडी ने अपनी फ़ेसबुक वॉल पर स्कूली छात्र-छात्राओं की डायरी में स्कूल प्रबंधन के आदेश को साझा करते हुए लिखा कि “ब्राइट एंजल स्कूल का करेंगे सभी हिंदू समाज बहिष्कार पूर्व में भी कर चुके हैं कादिर हुसैन यह गलती हर शुक्रवार के दिन जुमे की नमाज के लिए 12:30 बजे छुट्टी का नोटिस दिया है? कादिर हुसैन यदि यह मजहबी फरमान नहीं है तो कृपया मंगलवार की भी छुट्टी रखें 12:30 बजे हनुमान चालीसा का पाठ सभी लोगों को पढ़ना होता है जय श्री राम
पूर्व में कई बार शिकायतें आई थी शासन प्रशासन से निवेदन है की स्कूल किस आधार पर 12:30 बजे बाद छुट्टी का फरमान दे रहा है तत्काल मान्यता रद्द की जाए और ऐसे स्कूल को बंद किया जाए अन्यथा शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी अपने पद से इस्तीफा दे दें।
स्पष्टीकरण मांगा जाएं तथा कार्यवाही की जाए।

स्पष्टीकरण में पूछा जाए कि क्या भारत माता की जय वंदे मातरम का उद्घोष करवाया जाता है तथा भारत के संस्कृति भारत माता की आरती प्रणाम करके होती है?
यहां पर प्रार्थना नहीं करवाई जाती है यह सूचना है शासन-प्रशासन संज्ञान ले अतः सुबह की प्रेयर को रिकॉर्ड करके सार्वजनिक किया जाए।राकेश तोमर उत्तराखंडी
संस्थापक रूद्रसेना।”

वहीं आत्ममंथन ने फेसबुक वॉल में लिखा “प्रत्येक शुक्रवार 12:30 बजे स्कूल पर छुट्टी पर विवाद…!” गिरीश डालाकोटी लिखते हैं- “उत्तराखंड इस्लामीकरण की ओर।”

इस तरह कई लेखों व कमेंट्स से फेसबुक में ब्राइट एंजेल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के ऐसे तुगलकी फरमान पर लोगों ने अपना आक्रोश जताया है व कल सुबह 10:00बजे बीईओ कार्यालय जाकर अपनी नाराजगी जाहिर करने का मन बनाया है। कई अभिवाहक तो यह कहते भी सुनाई दिए कि  उन्हें व्हट्सएप्प संदेश भेजकर भी इस बाबत सूचना दी गई  उन्होंने  कहा कि कुछ समय से ऐसा प्रतीत होने लगा है कि ब्राइट एंजेल स्कूल ने अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में धार्मिक गतिविधियां भी जोड़नी शुरू कर दी हैं, अगर यही हाल रहा तो हमें मजबूरी वश अपने बच्चे कहीं और पढ़ने ले जाने पड़ेंगे।

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES