उतुंग नीले हिम पर्वतों के छिपला देश के “धारतीधार” में है गोलज्यू देवता का जन्म स्थान.
(मनोज इष्टवाल ट्रेवलाग 27-28 अप्रैल 2022)
बोना गाँव… मल्ला जोहार का एक ऐसा गाँव जहाँ सड़क मार्ग से पहुँचने में भी प्राण हलक में आ जाय. पतली संकरी घाटी में बसा एक बेहद समृद्ध गाँव जिसने हर सदी में वक्त के थपेड़े सहे लेकिन मानव जीवटता के आगे उसकी एक न चली. कभी जोहार की सेब घाटी के रूप में सुप्रसिद्ध यह गाँव अपनी कहानियों व इतिहास के पन्नों में ही आज सेब की खुशबु महसूस कर रहा है. दुर्भाग्य देखिये कभी यहाँ 20 हजार से अधिक सेब वृक्ष थे तब यहाँ सड़क नहीं थी, आज सड़क के साथ सब बाग़ बागीचे ही नहीं यहाँ जमीन भी सरक गई.
लेकिन… आज भी इस गाँव के भलमानस सेब से खूबसूरत, सेब सी खुशबु व आदर सत्कार में भी सेब सी मिठास लिए हैं.