(मनोज इष्टवाल)
ज्यों-ज्यों चुनावी अभियान तेजी पकड़ रहा है त्यों-त्यों चुनाव लड़ रहे प्रत्याक्षियों की धड़कने तेज चल रही हैं। अगर विधान सभा क्षेत्र चौबट्टाखाल की बात करें तो वरिष्ठ भाजपाई नेता सतपाल महाराज ने अपने चुनावी क्षेत्र में विगत 2017 के चुनाव की तरह इस बार भी बिना किसी चेहरे को लाये चुनाव प्रचार अभियान की कमान स्वयं सम्भाल रखी है। भले ही क्षेत्रीय सांसद तीरथ सिंह रावत ने स्वयं जाकर चौबट्टाखाल विधान सभा क्षेत्र में जनता के मध्य उपस्थित होकर चुनावी संवाद किया हो लेकिन उनके अलावा कोई भी भाजपाई बड़ा चेहरा इस विधान सभा क्षेत्र में नजर नहीं आया।
दरअसल सतपाल महाराज प्रदेश भाजपा के एकमात्र ऐसे चेहरे हैं जिनका इस्तेमाल लोकसभा चुनाव में भाजपा स्टार प्रचारक के रूप में करती आई है। इस बार के चुनावी समीकरणों की गंभीरता को समझते हुए सतपाल महाराज ने चौतरफा कमान अपने परिवार के साथ थामी हुई है। सतपुली क्षेत्र की जिम्मेदारी अर्थात दुधारखाल-सतपुली-पाटीसैण-संतुधार-किर्खु-जणदा-नौगांव-चौबट्टाखाल-एकेश्वर-सिरकोटखाल क्षेत्र अर्थात अपने मायके क्षेत्र की जिम्मेदारी स्वयं उनकी पत्नी पूर्व काबीना मंत्री अमृता रावत सम्भाल रही हैं। तो चौबट्टाखाल से पोखड़ा तक उनके दोनों पुत्र । सतपाल महाराज ने पोखड़ा से थैलीसैण- बीरोंखाल जोगिमढी क्षेत्र अर्थात अपने वर्तमान गांव से लेकर अपने पैतृक गांव क्षेत्र व रिठाखाल-सँगलाकोटी-बीजोरापनी-भानादेवी क्षेत्र की कमान स्वयं सम्भाल रखी है। लेकिन फिर यह परिवार अपने क्षेत्र बदल देता है व चुनावी मुहिम को आगे बढाते हुए हर यत्न कर ग्रामीण जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करता दिखाई देता है।
सतपाल महाराज की इस व्यूह रचना का तोड़ कांग्रेस व अन्य दलों को ढूंढने से नहीं मिल रहा है। आम जन की कांग्रेस टिकट बंटवारे की नाराजगी व आम आदमी पार्टी के अंतिम चरण में पिछड़ने को देखकर इस बार भाजपा उम्मीदवार सतपाल महाराज पूरी तरह आवश्वस्त नजर आ रहे हैं कि चुनाव उनके पक्ष में जायेगा। इस चुनाव की सबसे बड़ी खूबी यह दिखने को मिली कि इस बार यह परिवार पूरी तरह ग्रामीण परिवेश के बीच घुला-मिला दिखाई दिया व ग्रामीणों का भी स्नेह-प्यार हासिल करने में महाराज व उनके परिवार कामयाब रहा है।
केंद्र में भाजपा की मोदी सरकार और राज्य में धामी सरकार ने सभी वर्गो का ध्यान रखते हुए प्रदेश में अनेक विकास कार्य किए जबकि वर्तमान में कई विकास योजनाओं पर तेजी से कार्य चल रहा है। जहां तक कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां की बात है तो वह पूरे 5 साल आपसी झगड़ों में ही उलझी रही। यहां तक कि कोरोना काल में भी उनका दूर-दूर तक कोई योगदान नहीं रहा।
उक्त बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, आध्यात्मिक गुरु और चौबट्टाखाल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अपने विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत सिवाल, गडीगांव, पिनानी, जबरौली, चरगाड़, गडगांव तल्ला, तिमलखाल, उकाल और पांग आदि क्षेत्रों में जनसम्पर्क के दौरान भाजपा सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कही।
सतपाल महाराज ने भाजपा सरकार में किए गए विकास कार्यों के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने कक्षा 9 से 10 तक 11वीं से 12वीं तक और इंटर से कॉलेज में जो बच्चे गए हैं उनके खातों में ₹12000 की धनराशि दी है। जिससे कि वह अपने लिए टेबलेट खरीद सकें। युवक मंगल दल एवं महिला मंगल दल के खाते में भी ₹14000 की धनराशि दी गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना काल के दौरान फ्री राशन देने के साथ-साथ महिलाओं को ₹500 महीना की धनराशि भी दी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने उज्ज्वला योजना के माध्यम से जहां महिलाओं को फ्री गैस कनेक्शन दिए हैं वहीं किसानों का सम्मान करते हुए उनके खातों में प्रतिवर्ष ₹6000 किसान सम्मान निधि के रूप में दिए जा रहे हैं। आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख तक का फ्री इलाज कराने की व्यवस्था भी हमारी ही सरकार ने दी है। हमने कोरोना का हाल में अनाथ हुए बच्चों के लिए वात्सल्य योजना शुरू की। सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन योजना शुरू की। पर्यटन के माध्यम से होम स्टे योजना के तहत युवाओं को रोजगार देने की कोशिश जारी है। इसके अलावा मेरे द्वारा विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल में 15 करोड़ 50 लाख 66 हजार की सड़कों का निर्माण कार्य किया गया। जबकि 50 करोड़ 14 लाख 95 हजार की धनराशि के सड़कों के कार्य वर्तमान में किए जा रहे हैं।
भाजपा प्रत्याशी महाराज ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र के युवाओं को रोजगार की दृष्टि से दो बड़ी झील परियोजनायें दी हैं। जिससे आने वाले समय में यहां के युवा रोजगार प्राप्त होगा।
सतपाल महाराज की पत्नी और पूर्व मंत्री श्रीमती अमृता रावत ने एक ओर एकेश्वर मण्डल के सिमारखाल, जैतोली मल्ला एवं तल्ला, देवल वमोली, नौन्दण, तछवाड़ और मैटाकुण्ड में तो उनके जेष्ठ पुत्र श्रद्धेय रावत ने सतपुली मण्डल के बरसूडी, स्यालनी, नैणी सिल्ली, कोटली, पाटली, बराली, कठूण, शीला और बाघाट में जनसम्पर्क किया। वहीं उनके छोटे पुत्र सुयश रावत ने भी वीरोंखाल मण्डल के डुमैला मल्ला, डुमैला तल्ला, रगड़ीगाड, नाकुरी, सिसई, डांगूतल्ला, बवासा तल्ला-मल्ला और सीली मल्ली में जनसम्पर्क अपने पिता सतपाल महाराज के लिए बोट मांगे। इस दौरान सभी स्थानों पर भाजपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी भी इस दौरान उनके साथ मौजूद रहे।