(मनोज इष्टवाल)
आख़िर वयोवृद्ध कांग्रेसी विधायक का दर्द छलक ही पड़ा। 40 साल कांग्रेस को देने, झंडा-डंडा बोकने, दरी बिछाने से लेकर दो बार कांग्रेस से विधायक रहने के बावजूद भी उनकी जगह गंगोलीहाट विधान सभा सीट से उनकी जगह एक निर्दलीय उम्मीदवार को कांग्रेस का टिकट दिये जाने से क्षुब्ध पूर्व विधायक नारायण राम आर्य ने हरीश रावत पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होने उन्हें अस्वस्थता के बाद भी एक माह तक एक कमरे में बंद रखा।
टिकट न मिलने पर नाराज नारायण राम आर्य ने अपने वायरल वीडियो में हरीश रावत पर आरोप लगाया कि 2016 में हुए विद्रोह में जब सरकार अल्पमत में आ गई तब मुझ सहित 26 कांग्रेसी पूरी निष्ठा के साथ पार्टी व हरीश रावत के साथ खड़े रहे। भाजपा की तरफ से कई प्रलोभन भी मिले लेकिन फिर भी उनका मन नहीं डिगा पाये।
उन्होने कहा अस्वस्थता के बावजूद भी तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्हें एक माह तक एक कमरे में बंद रखा व उसके बाद कई जगह रखा गया लेकिन आज जब टिकट देने की बारी आई तो मेरी जगह टिकट एक ऐसे निर्दलीय उम्मीदवार की दी गयी जिसका पार्टी से पूर्व में कोई लेना देना नहीं रहा। आप भी सुनिये क्या कहा पूर्व कांग्रेसी विधायक ने:-
https://youtu.be/VIRPWOP5tUA