Friday, August 22, 2025
Homeउत्तराखंडसड़कों की दशा देख सतपाल महाराज हुए आग बबूला। कहा-जांच में दोषी...

सड़कों की दशा देख सतपाल महाराज हुए आग बबूला। कहा-जांच में दोषी पाए गए अफसरों को कतई नहीं बख्शेंगे।

देहरादून (हि. डिस्कवर)

प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतपाल महाराज पूरे प्रदेश हुये सड़क निर्माण कार्यों के धड़ाधड़ टूटने व घटिया निर्माण पर बेहद नाराज नजर आए । उन्होंने PMGSY के कार्यो की गुणवत्ता पर सख्त नाराजगी ज़ाहिर की। उनका कहना था कि जब धन और समय पूरा दिया जा रहा है तो इन सड़कों की गुणवत्ता इतनी खराब क्यों है।

उन्होंने सख्त लहजे में विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे इसकी जांच करवाएंगे और दोषी अधिकारियों को कतई नहीं बख्शेंगे।

वायरल वीडियो में सतपाल महाराज पूर्ण रूप से अधिकारियों पर अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए दिखे। आखिर नाराजगी प्रकट करें भी तो क्यों न करें। अकेले देहरादून में नवनिर्मित्त तीन फ्लाई ओवर, एक पुल व रायपुर थानों वाली सड़क इस बरसात के हवाले हो गयी। दो बर्ष पूर्व जिस रानी पोखरी के नए पुल की स्वीकृति की मंजूरी विभाग को मिल चुकी थी उस पर कार्य प्रारंभ न किया जाना वास्तव में विभागीय कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगाता है, जबकि यह पुल हाई प्रोफाइल इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि यह राजधानी के राष्ट्रीय राजमार्ग से शेष गढ़वाल की कनेक्टिविटी का साधन है व जौलीग्रांट हवाई अड्डे के बेहद करीब है। इसके अलावा डोईवाला फ्लाई ओवर का एक हिस्सा टूटना, एक अन्य फ्लाई ओवर पर दरारें आना। और तो और सीएमआई हॉस्पिटल चौक के पास मेन बाजार को जोड़ती सड़क पर गड्ढे पड़ना व आये दिन दुर्घटना होना लाजिम सी बात है कि ऐसे में मंत्री का पारा चढ़ेगा ही चढ़ेगा।

बहरहाल नरेंद्र नगर-टिहरी-उत्तकाशी राष्ट्रीय राजमार्ग, ब्यास चट्टी-सतपुली मार्ग सहित गढ़ कुमाऊं की कई सडकें इस बरसात में बुरी तरह प्रभावित हैं। विगत 5 बर्षों से भाजपा सरकार द्वारा सड़कों पर पड़े गड्ढे तक न भरे जाने पर विभागीय कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान तो लगाता ही है। अब देखना यह है कि नये लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज मात्र कुछ महीनों की सरकार में कितनी क्षतिपूर्ति कर पाते हैं।

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES