(अवधेश नौटियाल)
मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से ही तीरथ सिंह रावत सबका साथ – सबका विकास व सबके विश्वास का संकल्प को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उनकी कार्यशैली में यह बात साफ झलक रही है। टीम भावना की उनकी कार्यशैली की तारीफ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी मंत्री भी खुलकर कर रहे हैं। अब तीरथ सिंह रावत ने एक अच्छी पहल करते हुए विभिन्न योजनाओं के उद्घाटनों व शिलान्यासों कार्यक्रमों में स्थानीय विधायकों और सांसदों को महत्व देने पर जोर दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि विभिन्न दिवसों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और उनमें क्षेत्र के सांसदों और विधायकों को अनिवार्य रूप से आमंत्रित किया जाए। उनके सुझावों पर प्राथमिकता के आधार पर अमल किया जाए।
होम आइसुलेशन का पीरियड खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री जिलों के दौरों पर निकलेंगे और इस दौरान उनकी विकास योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करने की योजना है। इसलिए विभागीय सचिवों से प्रस्तावित उद्घाटनों और शिलान्यासों की सूची तलब की गई है। मुख्य सचिव ओम प्रकाश की ओर से सभी प्रशासनिक सचिवों को तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायकों के अलावा सांसद भी नज़र आएंगे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के पास अपने कार्यकाल में नई उपलब्धियां हासिल करने के लिए एक साल का भी समय नहीं है। थोड़े वक्त में कुछ अलग कर दिखाने का उन पर दबाव रहेगा। कोरोना का बढ़ता संक्रमण, कुंभ मेले का सफल आयोजन, चारधाम यात्रा और मानसून की चुनौतियों के बीच उन्हें राज्य की विकास यात्रा को जारी रखना है। देखना दिलचस्प होगा कि ‘मैं’ छोड़ ‘हम’ की भावना से काम करते उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को कितनी सीटों से विजय दिलाते हैं।