●पूर्वोत्तर रेलवे की जगह उत्तर रेलवे में शामिल किये जायं कुमाऊं मंडल के रेलवे स्टेशन।
●पूर्व में दिल्ली -कोटद्वार चलने वाली ट्रेन का समय आम जन के लिए था सुविधाजनक।
●नजीबाबाद व गजरौला में बेवजह घंटों ने रुके रेल! हों सीमित स्टेशन।
देहरादून 4 मार्च 2021(हि. डिस्कवर)
पर्यटन धर्मस्व, सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने सिद्धबली एक्सप्रेस के संचालन पर जहाँ एक ओर केन्द्रीय रेल मंत्री पियूष गोयल व राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी को शुभकामनाएं प्रेषित की है। वहीँ उन्होंने कहा है कि गढवाल मंडल की जनता का ध्यान रखते हुए सिद्धबली एक्सप्रेस की समय सारिणी तय की जाय ताकि दूरस्थ क्षेत्रों से ट्रेन पकड़कर दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए यह सफर सहज व सुगम हो।
दूरभाष पर अनौपचारिक बातचीत में सतपाल महाराज ने कहा कि जब वे केंद्र में रेल मंत्री थे तब उन्होंने दिल्ली कोटद्वार के लिए जो रेल चलवाई थी वह जनभावनाओं को देखते हुए उसके समय को निर्धारित किया गया था, ताकि व्यक्ति दूरस्थ क्षेत्र का भी क्यों न हो वह शाम तक अगर कोटद्वार पहुँचता है तो भी रात्री का खाना खाकर आराम से सोते हुए दिल्ली तक सफर कर सके व दिल्ली से चले तब भी इतनी सुबह सबेरे कोटद्वार न पहुंचे कि उसे असहजता का सामना करना पड़े। उन्होंने राष्ट्रीय मीडिया प्रवक्ता व राज्य सभा सांसद के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका यह प्रयास जनभावनाओं के आधार पर प्रशंसनीय है व ऐसे कार्यों की खुले मन से तारीफ़ की जानी भी चाहिए।
सतपाल महाराज ने कहा कि केन्द्रीय रेल मंत्री व अनिल बलूनी जरुर इस बिषय पर विचार विमर्श करेंगे व इस रेल का संचालन की समय सारिणी पर हल्का सा अमेंडमेंट कर उसे जनप्रिय बनायेंगे ताकि जनभावनाओं के साथ आम जन इसका भरपूर लाभ उठा सके। उन्होंने साथ ही जोर देते हुए कहा कि इस रेल को एक्सप्रेस ही रहने दिया जाना चाहिए क्योंकि पूर्व की रेलें बेवजह नजीबाबाद में डेढ़ घंटे तक रुका करती थी जिससे परिवार के साथ सफर कर रही ग्रामीण महिलाओं को असहजता का कई बार सामना करना पड़ता था। वहीँ गजरौला में सटिंग होने के कारण वहां भी रेल आधे से पौन घंटा रूककर बेवजह का समय बर्बाद करती है! उन्होंने इस बात की ख़ुशी जाहिर की कि अब यह एक्सप्रेस 15 या 20 मिनट से ज्यादा इन स्टेशनों पर नहीं रुकेगी। साथ ही उन्होंने इस बात की भी वकालत की है कि सिद्धबली एक्सप्रेस के स्टेशन कम किये जाऐं।
सतपाल महाराज ने कहा कि कुमाऊं मंडल के नार्थ ईस्टर्न रेलवे जोन (इज्जतनगर मंडल) में शामिल काशीपुर, रामनगर, लालकुंआं, हल्द्वानी व काठगोदाम रेलवे स्टेशनों को नार्थ रेलवे (उत्तर रेलवे) के मुरादाबाद मंडल में शामिल किया जाना अति आवश्यक है क्योंकि यदि कोई रेल में हल्का सा भी फाल्ट आ जाता है, तब यहाँ ट्रेन कभी कभी तीन तीन महीने तक खड़ी रह जाती है। जिससे आम जनता को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है क्योंकि इज्जत नगर मंडल यहाँ से बहुत दूर है जबकि उत्तर रेलवे का मुरादाबाद मंडल बेहद नजदीक। इसलिए यह आवश्यक सा हो गया है कि नार्थ ईस्टर्न रेलवे जोन के ये पांच रेलवे स्टेशन नार्थ रेलवे जोन में शामिल किये जाएँ जिस पर हमारे राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी को विचार करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा है कि कुमाऊं के काठगोदाम तक देश की राजधानी से लक्सरी ट्रेन का भी संचालन हो क्योंकि वह पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण होगी।
ज्ञात हो कि पूर्वोत्तर रेलवे जोन इज्जतनगर मंडल की स्थापना 1952 व उत्तर रेलवे जोन मुरादाबाद की स्थापना 14 अप्रैल 1952 में ही की गयी थी।