देहरादून 22 जुलाई, 2020 (हि. डिस्कवर)
(फाइल फोटो)
शासकीय प्रवक्ता व संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक द्वारा बुलाई गयी कुम्भ समीक्षा बैठक में विभागीय सचिवों के न पहुँचने के कारण गुस्साए मंत्री ने जहाँ बैठक में उपस्थित सचिवों व मीडिया कर्मियों के सामने लताड़ लगाते हुए साफ़ सीधे शब्दों में कह दिया कि कुम्भ समीक्षा बैठक इसीलिए उन्होंने हरिद्वार में रखने की जगह सचिवालय में रखी ताकि सभी सचिव उसमें उपस्थित हो सकें लेकिन तब भी सचिव बैठक में नहीं पहुंचे जिसके कारण मदन कौशिक बैठक छोड़कर ही चले गए!
इस बात का संज्ञान बेहद गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव व अपर सचिवों को निर्देशित किया है कि माननीय मंत्रीगणों की बैठक में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें। यदि किन्हीं कारण से बैठक में उपस्थित होने में असमर्थ हैं तो इसकी पूर्व सूचना माननीय मंत्री जी के निजी सचिव को अवश्य दी जाए। समस्त जानकारी सहित बैठकों में प्रतिभाग किया जाए। इसमें किसी प्रकार की कोताही न की जाए।
यह अपने आप में पहली ऐसी घटना है जब किसी मंत्री का सब्र का पैमाना छलक पड़ा हो! आब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री के निर्देश व मुख्यसचिव के निर्देशन का ढीट अफसरशाही पर कितना असर पड़ता है!