केदारनाथ/रुद्रप्रयाग 29 अप्रैल 2020 (हि. डिस्कवर)
केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह मुहूर्त समय ठीक 6 बजकर 10 मिनट पर खोल दिये गए हैं जिसके साक्षी मात्र 16 व्यक्ति हुए क्योंकि इस अवसर पर सिर्फ 16 व्यक्ति ही मौजूद थे, जबकि पिछली बार यही आंकड़ा 3000 पर का था। कोरोना संक्रमण व लॉक डाउन के तहत पूरा ध्यान रखा गया कि इस अवसर पर दर्शनार्थियों की भीड़ न उमड़े।
केदारनाथ धाम के आस पास इस समय 6 से 10 फिट तक कि बर्फ पड़ी हुई है। यह शायद इतिहास में पहला मौका होगा जब मात्र 16 आदमियों की मौजूदगी में भगवान केदारनाथ के कपाट खोलें गए होंगे।
सुबह प्रातः 6 बजकर 10 मिनट पर भगवान श्री केदानाथ जी के कपाट 6 महीने के लिए संपूर्ण विश्व की सुख समृद्धि और आरोग्यता की कामना के साथ खोल दिए गए है। विश्व और राष्ट्र कल्याण के लिए भगवान केदारनाथ की प्रथम पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से संपन्न की गई। लॉकडाउन की वजह से आज (बुधवार) की पूजा में मुख्य पुजारी समेत मात्र 16 लोग ही शामिल हुए।
प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस अवसर पर वीडियो सन्देश जारी करते हुए कहा कि:-
https://www.facebook.com/tsrawatbjp/videos/580016549594346/
आमतौर पर कपाट खुलने के दिव्य पल का साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु और साधु संत केदार धाम पहुंचते हैं। कोरोना महामारी के चलते प्रशासन ने भक्तों को मंदिर में दर्शन की अनुमति प्रशासन ने नहीं दी है। इस बार सीमित संख्या में कर्मचारी, पुजारी और वेदपाठी ही केदारनाथ धाम में मौजूद रहेंगे। मंदिर में केवल भोग, दोपहर का शृंगार और सांयकालीन आरती ही होगी। केदारनाथ के मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया था।
कपाट खुलने के अवसर पर केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग मौजूद नहीं रहे, क्योंकि उन्हें उखीमठ में ही कोरोंनटाइन किया गया है। 3 मई तक कोरोनटाइन रहने के बाद ही रावल केदारनाथ धाम जाएंगे। रावल की गैरमौजूदगी में मन्दिर के मुख्य पुजारी शिब शंकर ने कपाट खुलने की रस्म अदायगी की व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की।