देहरादून 25 मार्च 2020 (हि. डिस्कवर)
दिल्ली व एनसीआर में फंसे सैकड़ों उत्तराखण्डी समुदाय के लोगों को उनके गांव घर पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कवायद शुरू कर दी है। उन्होने दिल्ली स्थित उत्तराखंड कमिश्नर को इस सम्बंध में अवगत करा दिया है कि जितनी जल्दी हो सके इन लोगों को सकुशल इनके घरों तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की जाय।
मुख्यमंत्री के ट्वीट से साफ पता चलता है कि दिल्ली में जितने भी उत्तराखंडी फंसे हुए हैं उनकी जानकारी उनके संज्ञान में है। आपको बता दें कि इनमें ज्यादात्तर वे लोग हैं जो होटल लाइन में व्यवसाय कर रहे हैं।
एक वायरल वीडियो में ये लोग अपील कर रहे थे कि इन्हें स्वास्थ्य जांच के बाद उनके गांव जाने दिया जाय क्योंकि न उनकी ही आर्थिक स्थिति ऐसी है कि वे हर मुसीबत से निबटने को तैयार हों न उनके परिजनों की। उन्होंने साफ शब्दों में अपील करते हुए कहा है कि वे फाइनेंसियल रूप से इतने मजबूत नहीं है कि कल अगर उनमें से एक भी कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हो गया तो उसके साथ हर एक कोरोनाग्रस्त हो जाएगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोशल साइट पर ट्वीट करते हुए कहा है कि लॉकडाउन के चलते हमारे राज्य के कई युवा दिल्ली के गाजीपुर रैन बसेरे में या अन्यत्र जगहों पर फंसे हुए हैं, उन्हें घर पहुंचाने के प्रयास किये जा रहे हैं। करीब 200 लोगों को कल उनके घर पहुंचाया गया है। इस स्थिति में प्रवासी उत्तराखंडियों की दिक्कतों को सुनने, सुलझाने व अन्य राज्यों से कॉर्डिनेट करने के लिए श्री आलोक पांडे (फ़ोन न. 6398500571) को अधिकृत किया गया है।
ये कोरोना के खिलाफ हम सभी की जंग है इसे मिलकर लड़ना है। हो सकता है हमें कुछ कष्ट उठाना पड़े, लेकिन संकट की घड़ी में हमें धैर्य रखना चाहिए और सभी सरकारी दिशानिर्देशों व डॉक्टरों की सलाह का पालन करना चाहिए। जो भी युवा प्रदेश में आ रहे हैं उनकी मेडिकल जांच होगी और सभी सावधानियां बरतनी होगी।