देहरादून 28 सितम्बर 2019 (हि. डिस्कवर)
स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत भारतीय मृदा और जल संरक्षण संस्थान, देहरादून के पौध विज्ञान प्रभाग के द्वारा शिवालिक अनुसूचित जनजातीय आदर्श विद्यालय, शाहपुर – कल्याणपुर पोस्ट: धर्मावाला, विकासखंड: विकासनगर, जिला: देहरादून में आयोजित किया गया । कार्यक्रम में लगभग 200 स्कूल के छात्र – छात्राओं, विद्यालय के अध्यापक और ग्रामीण लोगों ने प्रतिभाग किया । कार्यक्रम का शुभारम्भ पौध विज्ञान प्रभाग के विभागाध्यक्ष डॉ हर्ष मेहता ने किया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉ हर्ष मेहता ने एकल (सिंगल) इस्तेमाल किये जाने प्लास्टिक के चलन की वजह से पर्यावरण को कितना नुकसान हो रहा है । सिंगल इस्तेमाल किये जाने प्लास्टिक की वजह से बिमारियाँ तो बढ़ ही रही हैं साथ ही जमीन की उर्वरा शक्ति भी घट रही है । आज कैंसर रोग का मुख्य कारण सिंगल इस्तेमाल किये जाने प्लास्टिक है ।
उन्होंने ने बताया कि ऐसा प्लास्टिक जिसकी मोटाई 50 माइक्रोन से कम है पर्यावरण के लिए बहुत घातक है । प्लास्टिक का प्रभाव जल, वायु और मृदा सब पर पड़ता है । इससे इंसान और जानवर दोनों प्रभावित होते हैं ।डॉ जे एम एस तोमर, प्रधान वैज्ञानिक (वानिकी) ने प्लास्टिक के बैग की जगह कपडे के थैले के इस्तेमाल पर जोर दिया । डॉ ए सी राठौर, प्रधान वैज्ञानिक (बागवानी), ने बागवानी के द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर बल दिया । उन्होंने बागवानी के द्वारा स्वाथ्य और पोषण सुरक्षा की वकालत की । डॉ राजेश कौशल, प्रधान वैज्ञानिक (वानिकी) ने अपने आस-पास को साफ रखने और ” अपशिष्ट से संपत्ति अवधारणा” रखने पर भी जोर दिया, जो स्वच्छता और धन दोनों के मामले में दोहरी फायदेमंद है। डॉ जे जयप्रकाश, वरिष्ठ वैज्ञानिक (वानिकी) ने बचपन से ही जीवन व्यक्तिगत एवं सामाजिक स्वच्छता पर जोर दिया। डॉ आनंद कुमार गुप्ता गुप्ता, वैज्ञानिक (पर्यावरण विज्ञान), ने पॉलिथीन से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में बताया और रसोई के कूड़े मुख्यतः फलों और सब्जियों से कम्पोस्ट बनाने पर जोर दिया ।
विद्यालय के प्रधानाध्यक्ष सतीश जी ने बहुत सरल शब्दों में स्वच्छता के प्रति प्रतिभागियों को जानकारी दी तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में भूमिका निभायी । ग्रामीणों ने बताया कि उनका गाँव माननीय प्रधानमंत्री जी आह्वान पर स्वच्छता के प्रति जागरूक हो रहा है । गाँव की महिलाओं और बच्चों ने अपने अनुभव साझा किये तथा बताया की अगर इन वस्तुओं का उत्पादन बंद कर दिया जाये तभी पूर्णरूपेण से प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबन्ध संभव हो पाएगा । पूरे कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रधानाध्यक्ष श्री सतीश जी ने किया।
व्यक्तिगत स्वच्छता से संबंधित वस्तुओं (रुमाल, साबुन) और पेन को स्कूली बच्चों के बीच में स्वच्छ भारत मिशन के बारे में जागरूक करने के लिए वितरित किया गया तथा विद्यालय को सफाई से सम्बंधित चीज़े (फिनाइल, झाड़ू इत्यादि) वितरित किया गया । छात्र – छात्राओं के बीच एक भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम के अंत में डॉ हर्ष मेहता और श्री सतीश जी ने भाषण प्रतियोगिता में विजेता छात्र – छात्राओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरित किए। उमेश कुमार, शैलेन्दर यादव, रवीश, सुश्री शालिनी शर्मा, अभिनव, प्रमोद कुमार, अभिषेक, नरेंदर और नवीन भी इस पूरे कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे । विद्यालय के सहायक अध्यापक संजय कुमार, सुश्री शाइना अंसारी, रवि कुमार और सुरेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे ।