Friday, October 18, 2024
Homeउत्तराखंडपूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की मृत्यु राजकीय शोक। राज्यपाल व मुख्यमंत्री...

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की मृत्यु राजकीय शोक। राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने गहरा दुःख प्रकट किया।

देहरादून 24 अगस्त 2019 (हि. डिस्कवर)

भारत के पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के निधन पर  प्रदेश में रविवार, 25 अगस्त 2019 को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। राजकीय शोक पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा तथा कोई शासकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।

वहीं दूसरी ओर राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने स्वर्गीय जेटली की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए  दुःख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना प्रदान करने की कामना भी की है।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने अपने शोक संदेश में कहा कि अरूण जेटली एक लोकप्रिय नेता कुशल प्रशासक प्रखर वक्ता और प्रसिद्ध विधिवेत्ता थे। उन्होंने सार्वजनिक जीवन की प्रत्येक भूमिका में सदैव सर्वश्रेष्ठ आदर्शों का पालन किया । उनके निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है।

मुख्यमंत्र त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति तथा शोक संतप्त परिजनो को सांत्वना प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
अपने शोक सन्देश में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने जेटली को पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल जी व प्रधानमंत्री मोदी जी की कैबिनेट का एक मजबूत स्तंभ बताते हुए कहा कि वे एक अनुभवी एवं कुशल राजनीतिज्ञ, उत्कृष्ट वक्ता, विधि विशेषज्ञ, योग्य प्रशासक एवं कुशल जन-नायक थे।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भारत के वित्त मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने व देश में वन टैक्स सिस्टम लागू करने के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए गए। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में भी उनका बड़ा योगदान रहा है, मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने श्री अरूण जेटली के निधन को देश के लिये अपूरणीय क्षति बताया है।

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES