देहरादून (हि. डिस्कवर)
नन्ही दुनिया बच्चों एवं उनके हितैशियों का आंदोलन है । जो गत 72 वर्षों से बच्चों युवाओं एवं महिलाओं के कल्याण हेतु समर्पित है। जिसकी नीव 1946 में प्रोफेसर लेखराज उल्फत ने रखी थी। यह गौरव की बात है नन्ही दुनिया आंदोलन के 6 बच्चे एवं 2 वालंटियर, कलात्मक प्रशिक्षक आशु सात्विका गोयल के नेतृत्व में पोलैंड में आयोजित ब्रेव किड्स कल्चरल एजुकेशनल प्रोग्राम 2019 में भारत का प्रतिनिधित्व करके लौटे हैं। सोशल एक्टिविस्ट आशु सात्विका गोयल ने बताया नन्ही दुनिया बच्चों को ब्रेव किडस जैसी सांस्कृतिक शैक्षिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए बच्चों को सदैव प्रोत्साहित करती है।यह उत्सव यूनेस्को एवं पॉलिश मिनिस्ट्री ऑफ हेरिटेज के सहयोग से संपन्न हुआ। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व के बच्चों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है जिसमें सभी बच्चे सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से एक दूसरे की सभ्यता को समझें और सम्मान दें ।
इस वर्ष उत्सव में 15 देशों के 16 ग्रुप जिनमें भारत, फिलिस्तीन, पेरू, कोलंबिया ,ईरान, कजाकिस्तान ,स्लोवाकिया, सीरिया, बेलारूस ,केन्या, साउथ कोरिया ,होगकोग ,यूक्रेन एवं निकारागुआ ने ब्रेव किड्स में सहर्ष भाग लिया।
पोलैंड से भारत लौटने पर भारत के उपराष्ट्रपति वैंकटा नायडू ने अपने निवास स्थान वल्लभभाई पटेल हॉल नई दिल्ली में नन्ही दुनिया के बाल कलाकारों एवं सदस्यों को आशीर्वाद दिया तदोपरांत बच्चों ने उनके साथ अपने अनुभव सांझा किये।
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री श्री जी के रेड्डी भी उपस्थित थे । नन्ही दुनिया के बच्चों द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में सजे तरंग की प्रस्तुति को देखने के पश्चात अपने संबोधन मे माननीय उपराष्ट्रपति ने कहा कि,’ मैं आपकी सुंदर प्रदर्शन की सराहना करता हूं व अत्यधिक प्रभावित हूं । आप वास्तव में हमारे देश के सांस्कृतिक राजदूत हैं । यह अत्यंत गौरव की बात है कि आपने 15 देशों के प्रतिनिधियों के साथ मंच साझा किया ।मुझे खुशी है कि नन्ही दुनिया जैसी संस्था अपने देश की संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित कर रही है।
प्रिय बच्चों आप इस राष्ट्र के भविष्य हो नन्ही दुनिया के लिए मेरी शुभकामनाएं जो कि देहरादून के आसपास अपने विभिन्न केंद्र के माध्यम से बाल कल्याण के क्षेत्र मे निष्ठा से प्रयास रत है।
नन्ही दुनिया के 72 वर्षों के इतिहास एवं ब्रेव किड्स पर बनी हस्त निर्मित पुस्तिका व ब्रेव किड्स का कोलाज श्रीमती किरण उल्फत गोयल ने उपराष्ट्रपति जी को भेंट किया।
नन्ही दुनिया के बच्चों को दिल्ली के उपराज्यपाल महामहिम अनिल बेजल ने भी अपना आशीर्वाद दिया । राज निवास नई दिल्ली मे बच्चों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। आशु सातविका गोयल ने नन्ही दुनिया एवं ब्रेक किड्स के बारे में उनको अवगत कराया। उन्होंने बच्चों से उनके अनुभवों के बारे में जाना व प्रोत्साहित किया । उनके सस्नेहमयी वार्तालाप व दी गई दावत को बच्चे कभी भूल ना पाएंगे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा,” आज नन्ही दुनिया के बच्चों से बातचीत कर अत्यंत हर्ष का अनुभव किया, जिन्होंने पोलैंड में आयोजित ब्रेव किड्स फेस्टिवल 2019 में भाग लिया। यह बच्चे देश के सच्चे राजदूत हैं। बच्चों को मेरा आशीर्वाद व नन्हीं दुनिया को मेरी शुभकामनाएं।
भारत के सांस्कृतिक मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने अपने निवास स्थान पर बच्चों से भेंट की व अपने संबोधन में कहा, “नन्ही दुनिया देहरादून के बच्चों की कम आयु के बावजूद स्थानीय गीत संगीत व पहाड़ी नृत्य ने अभिभूत कर दिया। 72 वर्षों की साधना में लगी नन्ही दुनिया निरंतर अपने प्रयास में सफल हो ,ऐसे ही आनंद बिखरती रहे यही मेरी कामना है। कला एवं कलाकार इतिहास होते हैं । इतिहास बनते हैं, संस्कृति का प्रगतिकरण करते हैं। अभिनंदन ।
नन्ही दुनिया के मुख्य प्रवर्तक श्रीमती किरन उल्फत गोयल का कहना है कि नन्ही दुनिया एक ऐसा आंदोलन है जिसमें बच्चे अपने सपनों को पूर्ण मूर्त रूप से प्रत्यक्ष होते देखते हैं जिसका उदाहरण आप इस शैक्षिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा विश्व पटल पर प्रत्यक्ष रूप से देख रहे हैं।
इस अवसर पर नन्ही दुनिया की मुख्य प्रवर्तक श्रीमती किरण उल्फत गोयल, श्रीमती शुभी, श्रीमती यशोदा मडराल, विजय गोयल ,रोहित शुक्ला, सात्त्विका गोयल, हर्षिता गुप्ता, नितिन, खुशी, सानिया आँचल, मनीष, सक्षम, राहुल इत्यादि शामिल थे।