भोले महाराज के जन्मदिन पर बधाईयों का तांता। देश भर से आशीर्वाद लेने व बधाई देने पहुंचे लोग।
(मनोज इष्टवाल)
साधु ऐसा चाहिए जैसा सूप सुभाय, क्षार-क्षार के गेहि रहे थोता देहि उड़ाए। यह कहावत अगर वर्तमान में किसी साधु संत महाराज या महात्मा पर चरितार्थ होती है तो वह हैं द हंस फाउंडेशन के भोले जी महाराज। आम गरीब को, लोकसमाज को या फिर आम कठिनाइयों को अपने कर्मों से मिटाने का जिम्मा उठाने वाले भोले जी महाराज के 66वें जन्मदिन पर पूरे हिंदुस्तान के विभिन्न शहरों गांवों से उनके अनुयायी और आम लोगों का जमावड़ा देख लग रहा था कि कुछ तो है इस सन्त में जो कतारबद्ध खड़े लोग उनके पैर छूने उनसे आशीर्वाद लेने उन्हें बधाई देने शहर के इस आलीशान होटल में उमड़ पड़े हैं।
आपको बता दें कि भोले जी महाराज मूलतः पौड़ी गढ़वाल के विकास खण्ड पोखड़ा के नजदीक गांव के हैं। सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं अपितु पूरे भारत बर्ष में वे लोक समाज के लोगों को जिस तरह सहायता देकर उनका मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं वह अतुलनीय है। यह साधु संत समाज के पहले ऐसे पुरोधा हैं जिन्होंने समाज के कल्याण के लिए अपना धन दोनों हाथों से लुटाया है।
सिर्फ उत्तराखण्ड में उनकी फाउंडेशन लगभग 2200 करोड़ रुपये से ज्यादा की सहायता अभी तक मुहैया करवा दी है वहीं पौड़ी गढ़वाल में अरबों की लागत से एक ऐसा हॉस्पिटल संचालित किया है जिसमें हर मर्ज की दवा व डॉक्टर उपलब्ध हैं। यह हॉस्पिटल ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हुआ है।
अपने पिता हंस महाराज के नाम से “द हंस फाउंडेशन” का संचालन कर रहे भोले जी महाराज व माता मंगला आये दिन प्रदेश के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी योगदान देते आ रहे हैं। लोक संस्कृति पर कार्य करने वाले लोक कलाकारों को भी बढ़ चढ़कर सहायता व प्रदेश के होनहार खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता के माध्यम से इन्होंने फलक तक पहुंचाने का अनूठा जिम्मा उठा रखा है।
यही कारण भी है कि उनके प्रशंसक उन्हें अनुयायी बन नहीं बल्कि अपनी आंखों व दिल से जो सम्मान देते हैं वह अतुलनीय है। उनके 66वें जन्मदिन पर क्या कांग्रेस क्या भारतीय जनता पार्टी व क्या क्षेत्रीय दल सभी ने बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी निभाई व उन्हें शुभकामनाएं देने पहुंचे।
प्रदेश के महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री, शिक्षा मंत्री कई विधायक व कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, वर्तमान व पूर्व विधायक, कई नौकरशाह, मीडिया जगत के बड़े चेहरे, समाजसेवी व उद्योगपतियों के अलावा आम वर्ग के लोग भी उनका आशीर्वाद लेने व शुभकामनाएं देने पहुंचे।