(मनोज इष्टवाल)
विगत 23 जुलाई 2019 को मॉबलिंचिंग सहित जय श्री राम के नारे को “वार -क्राई” कहकर 49 विभिन्न फिल्मी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इसे दुखद बताते हुए एक समाज को टारगेट करने की बात कहते हुए यह कहा कि यह असहिष्णुता फैलाई जा रही है। जिसका 62 मशहूर हस्तियों ने खुलकर विरोध दर्ज कर इन्हें अवसरवादी और पाखंडी करार दिया है।
इन 62 मशहूर हस्तियों का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि भारत देश को अस्थिर करने के इच्छुक लोगों के लिए बिना भुगतान किए विकास और प्रगति जारी रखेगा। फिल्म स्टार कंगना रनौत, गीतकार प्रसून जोशी, शास्त्रीय नृत्यांगना और सांसद सोनल मानसिंह, फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर, पंडित विश्व मोहन भट्ट, पल्लवी जोशी, प्रतिभा प्रह्लाद, राज भौमिक, बप्पादित्य चक्रवर्ती, रीता घोषाल, रूपा भट्टाचार्य, सुजीत रॉय, विवेक अग्निहोत्री अग्निहोत्री सहित 62 हस्तियों और कलाकारों ने ‘चयनात्मक आक्रोश और झूठे आख्यानों’ के खिलाफ एक खुला पत्र लिखा है।
यह पत्र तब सामने आया जब 23 जुलाई 2019 को लिखे गए पत्र में, अनुराग कश्यप, कोंकणा सेन शर्मा, मणिरत्नम, अपर्णा सेन इत्यादि ने देेेश में बढ़ती असहिष्णुता का जिक्र करते हुए देश के प्रधानमंत्री मोदी को लिखा था।
इन 62 हस्तियों का कहना है कि 49 बुद्धिजीवियों द्वारा पिछले पत्र ने चयनात्मक चिंता व्यक्त की और स्पष्ट राजनीतिक पूर्वाग्रह और मकसद का प्रदर्शन किया।
पत्र को ‘एक राष्ट्र के रूप में हमारे सामूहिक कामकाज के लोकतांत्रिक लोकाचार और मानदंडों को बदनाम करने के इरादे से एक झूठी कथा को नाकाम करने के प्रयास के रूप में कहा गया है। उनकी चिंता में बेईमानी और अवसरवाद की बू आती है ।
यह पत्र अन्य पाखंड को आगे बढ़ाता है जो अन्य घृणित अपराधों पर अपनी चुप्पी को बताते हुए कहते हैं कि वे असहज रूप से चुप रहे। व्यापक रूप से घृणा अपराधों के झूठे मामले सामने आने पर वे अपनी चुप्पी पर भी सवाल उठाते हैं।
इन 62 फिल्मी हस्तियों द्वारा उन 49 लोगों के प्रश्न किया गया कि ममता बनर्जी के तहत पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हत्याओं और हिंसा के समय ये सभी हस्तियां क्यों चुप रही, शायद इन्हें तब दलित व शोषित समाज नहीं दिखाई दिया।
मशहूर हस्तियों का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि भारत देश को अस्थिर करने के इच्छुक लोगों की बिना परवाह किये सरकार विकास और प्रगति के कार्य जारी रखेगी।
ज्ञात हो कि विगत 23 जुलाई 2019 को लिखे गए पत्र में, अनुराग कश्यप, कोंकणा सेन शर्मा, मणिरत्नम, अपर्णा सेन और कई अन्य जैसे फिल्मकारों सहित 49 हस्तियों ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा, जिसमें कहा गया कि वे कई दुखद हैं। देश में हाल के दिनों में जो घटनाएं घट रही हैं। पत्र में कहा गया है कि ai जय श्री राम अब एक उत्तेजक ‘वार-क्राय’ है। पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में से एक दोषी नक्सली बिनायक सेन है। लेकिन बाद में मणिरत्नम ने स्पष्ट किया कि इसमें उनके फर्जी हस्ताक्षर दर्ज किए गए हैं।