Sunday, December 22, 2024
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39वें भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तराखण्ड दिवस!

नई दिल्ली/देहरादून 18 नवम्बर, 2019(हि. डिस्कवर)

नई दिल्ली के प्रगति मैदान मे चल रहे 39वें भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तराखण्ड दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या एवं उत्तराखण्ड पैवेलियन में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड के कृषि, कृषि विपणन, कृषि प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग, रेशम विकास मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने शिरकत कर दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर हंसध्वनि थियेटर में उत्तराखण्ड के कलाकारों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। सांस्कृतिक सन्ध्या के माध्यम से राज्य की विशिष्ट संस्कृति का अवलोकन विभिन्न क्षेत्रों से आये दर्शकों द्वारा किया गया।

उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने प्रवासी उत्तराखण्डियों को उत्तराखण्ड दिवस की बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य ने अपनी स्थापना के 19 वर्ष पूरे किये हैं और इन 19 वर्षो में उत्तराखण्ड ने विकास के नये आयामों को छुआ है। राज्य ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, बागवानी आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किये है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी समृद्ध संस्कृति व विरासत पर गर्व है।

उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में पैवेलियन में “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” थीम के अनुसार उत्तराखण्ड राज्य “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” के क्षेत्र में तीव्र गति से हो रहे सत्त विकास का प्रस्तुतीकरण किया गया है। उत्तराखण्ड राज्य तेजी से निवेश के लिये मुख्य गंतव्य स्थल के रूप में विकसित हुआ है। हिमालयन पर्वतीय राज्यों द्वारा किए गए व्यापार सुधारों के मामले में उत्तराखण्ड अग्रणी है। राज्य में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ पहल के माध्यम से आवेदन प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए राज्य में एकल खिड़की व्यवस्था (single Window System), व्यवसाय की स्थापना और संचालन के लिए अपेक्षित सभी लाइसेंस और अनुमोदनों के लिए ‘वन स्टॉप शॉप’ के रूप में प्रारम्भ की गई है। उद्योगों की शिकायतों और मुद्दों का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। इसके लिए देहरादून में ‘निवेश प्रोत्साहन एवं सुविधा केन्द्र की स्थापना की गई है उत्तराखण्ड सरकार निवेशकों को आर्कषित करने के लिये देश के विभिन्न विभिन्न राज्यों में जाकर निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये रोड शो का आयोजन किया जाता है, विदेशी पूंजी निवेशकां को आर्कषित करने के लिये प्रयासरत है। उत्तराखण्ड में अक्टूबर, 2018 में प्रथम इन्वेस्टर्स समिट का सफल आयोजन किया गया।  उत्तराखण्ड सरकार ने इको-टूरिज्म, वैलनेस, आयुष, फिल्म शूटिंग, ऑर्गेनिक उत्पादों व खाद्य प्रसंस्करण की दिशा में भी राज्य सरकार का विशेष फोकस है।

उत्तराखण्ड सरकार निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिये इस वर्ष उत्तराखण्ड में Wellness Summit-2020 का आयोजन माह अप्रैल, 2020 मे किया जा रहा है। ऑर्गेनिक उत्पादों में निवेशकों द्वारा विशेष रूचि दिखाई है। उत्तराखण्ड राज्य में हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाने वाली वनस्पतियों से प्राकृतिक रेशा तैयार करने और रिसर्च के लिए अल्मोड़ा में देश का पहला सेंटर आफ एक्सीलेंसी खोला जा रहा। इस सेंटर को नार्दन इंडिया टेक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन यनिट्राद्ध के माध्यम से स्थापित किया जाएगा। उत्तराखण्ड सरकार ने सेंटर के लिए एक एकड़ भूमि वस्त्र मंत्रालय को स्थानांतरित कर दी है। उनियाल ने बताया कि प्रगति मैदान में पुनर्निर्माण कार्य के तेजी से चल रहे अगले वर्ष तक कार्य पूर्ण हो जायेगा, पुनर्निर्माण कार्य के चलते इस वर्ष उत्तराखण्ड सरकार के हथकरघा एवं हस्त शिल्प विकास परिषद द्वारा उत्पादों को प्रदर्शित नहीं किया जा सका।

उत्तराखण्ड के हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास पेरिषद् के उपाध्यक्ष रोशनलाल सेमवाल बताया कि उत्तराखण्ड सरकार हथकरघा एवं हस्तशिल्प के उत्पादों को देश के विभिन्न राज्यों एवं विदेशों पहुंचाने के लिये सरकार लगातार प्रयासरत है।  इसमें सरकार को अच्छी सफलता भी मिली है।
इस वर्ष व्यापार मेले की थीम “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” रखी गयी है। उत्तराखण्ड में पैवेलियन में “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” थीम के अनुसार उद्योग विभाग, पर्यटन ने अपने स्टॉल स्थापित किये है। मेले में भागीदार राष्ट्र के रूप में अफगानिस्तान एवं साउथ कोरिया तथा जबकि राज्यों में फोकस राज्य झारखंड एवं बिहार के रूप में प्रतिभाग कर रहा है। इस कार्यक्रम में अपर स्थानिक आयुक्त श्रीमती ईला गिरी, निदेशक उद्योग सुधीर चन्द्र नौटियाल, निदेशक पर्यटन श्रीमती पूनम चंद, निदेशक पैवेलियन के0सी0 चमोली व अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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