(मनोज इष्टवाल)
यह महीना वास्तव में भारत बर्ष के लिए बहुत सी अग्नि परीक्षाओं के समान बना हुआ है! एक ओर मोदी सरकार द्वारा कैब लाने के बाद देश में मचा भयंकर बबाल और कई शहरों में धारा 144 वहीँ दूसरी ओर 144 बर्ष बाद ही एक ऐसा सूर्यग्रहण भारत में लगने जा रहा है जो ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अब तक का सबसे खतरनाक सूर्य ग्रहण है!
ज्योतिष मतगणना के अनुसार देखा जाय तो 26 दिसंबर को होने वाले सूर्य ग्रहण का प्रभाव किसी सामान्य सूर्य ग्रहण के मुकाबले बहुत ज्यादा तीव्र होगा क्योंकि इस सूर्य ग्रहण के समय धनु राशि के सूर्य पर एक साथ छह ग्रह (सूर्य, चन्द्रमा, शनि, बुध, बृहस्पति, केतु) का योग बनेगा जिससे इस सूर्यग्रहण का प्रभाव बहुत ज्यादा और लंबे समय तक रहने वाला होगा। साथ ही धनु राशि में मूल नक्षत्र का इसी काल में समागम होने से कई तात्कालिक प्रभाव दिखाई देने की प्रबल सम्भावनाएं हैं! इस दौरान सबसे ज्यादा ध्यान गर्भवती स्त्रियों को रखना होगा! उन्हें इस दौरान किसी भी कीमत पर घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और न ही किसी नुकीली धातु का उपयोग करना चाहिए जैसे- सिलाई मशीन चलाना, सुई पर धागा डालना, चाक़ू से सब्जी इत्यादि काटना इत्यादि!
ज्योतिषियों के अनुसार क्योंकि आज यानि 25 दिसम्बर 2019 में सांयकाल 8:17 बजे से सूतक काल प्रारम्भ हो गया है जो 12घंटे रहेगा! सूतक काल व सूर्य ग्रहण काल में कोई भी धार्मिक कार्य न करें और न ही पूजा इत्यादि करें! तुलसी की पत्तियों को भूलकर न तोड़ें ! इस दौरान बदन में तेल मालिस भी न करें वरना भारी परेशानियों का सामना करना पड सकता है!
सूर्य ग्रहण के दौरान पति-पत्नी या कहीं भी अनैतिक सम्बन्ध न बनाए वे आपके लिए यौनजनित रोगों का आमंत्रण होगा! इससे आपके गुप्तांगों में विभिन्न तरह के चर्म-रोग पैदा हो सकते हैं! राहू केतु से प्रभावित व्यक्ति घर से बाहर न निकलें, कहीं भी दुर्घटना की सम्भावना बनी रहेगी!
सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन न करें! साथ ही मांस मदिरा सेवन से दूर रहे वरना उदर रोगों से आपको प्रताड़ित होना पडेगा! मंदिर बंद रहेंगे और घर में रखी भगवान की देवी देवताओं की मूर्तियों का स्पर्श न करें इससे कई तरह के अनिष्टों की सम्भावनाएं बनी रहेंगी!
ज्ञात हो कि इससे पूर्व वर्ष 1962 में बहुत बड़ा सूर्यग्रहण हुआ था, जिसमें सात ग्रह एक साथ थे। इस बार छह ग्रह एक साथ हैं केवल एक ग्रह की कमी है। ज्योतिषचार्य विभोर इंदूसुत के अनुसार 26 दिसंबर को लगभग तीन घंटे सूर्यग्रहण होगा। यह सुबह 8:17 पर शुरू होगा, 9:37 पर ग्रहण का मध्यकाल होगा और 10:57 पर ग्रहण का मोक्ष होगा। तत्पश्चात ही स्नान ध्यान करें व अपनी दिनचर्या को सुचारू करें!