घटना के बाद से अभी तक नहीं खुली एक भी मुस्लिम व्यापारी दुकान
उत्तरकाशी। नाबालिग लड़की को भगाने की घटना के बाद बढ़ते तनाव को लेकर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष के बाद रविवार को मोर्चा के मंडल अध्यक्ष ने भी दुकान खाली कर दी है। वहीं घटना के बाद से मुस्लिम व्यापारियों की एक भी दुकान अभी तक नहीं खुली है। बल्कि इन बीते दिनों में 14 मुस्लिम व्यापारियों ने दुकानें खाली की हैं। इनमें 12 व्यापारियों ने पुरोला पूरी तरह से छोड़ दिया है, जबकि दुकान छोड़ने वाले दो व्यापारी पुरोला में अपने मकान पर रह रहे हैं। 26 मई को एक नाबालिग लड़की को भगाने के आरोप में बिजनौर निवासी हिंदू युवक जितेंद्र सैनी पुत्र अंतर सैनी और मुस्लिम युवक उवेद खान पुत्र अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
दोनों के विरुद्ध पाक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा। उसके बाद मामले ने लव जिहाद का रूप लिया और पुरोला सहित जिले के छोटे बड़े कस्बों में विरोध प्रदर्शन हुआ। देवभूमि रक्षा संगठन ने चार जून की रात को पुरोला में मुस्लिम व्यापारियों की दुकानों के बाहर पोस्टर चिपकाए। इसमें 15 जून को महा पंचायत का आह्वान किया है तथा उससे पहले मुस्लिम व्यापारियों को दुकाने खाली करने की चेतावनी दी गई, जिसके बाद से मुस्लिम व्यापारी पुरोला छोड़ रहे हैं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष जाहिद ने चार दिन दिन पहले सामान समेटकर पुरोला से चला गया है। रविवार को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा मंडल अध्यक्ष शकील अहमद ने भी अपनी गारमेंटस की दुकान खाली कर दी है।
शकील अहमद ने कहा कि मकान मालिक ने दुकान खाली कराने के लिए कहा है। इसलिए दुकान खाली करनी पड़ी। वह पिछले 45 वर्षों से पुरोला में रह रहे हैं। पुरोला में उनका अपना मकान है इसलिए अधिकांश सामान घर पर रख दिया है। बैंक से उन्होंने छह लाख का ऋण लिया है और बाजार में पांच लाख रुपये का उधार दिया हुआ है। वहीं बड़कोट में दो दुकानों खाली हो चुकी हैं। जबकि तीन दुकानों को खाली करने के लिए मकान मालिक ने नोटिस दिए हैं। हिंदू महिला के साथ शनिवार को पकड़े गए मुस्लिम युवक के विरुद्ध पुलिस ने 151 पुलिस एक्ट (शांतिभंग) में चालान काटा। इसके बाद रविवार को एसडीएम भटवाड़ी के न्यायालय में पेश किया, जहां से आरोपित को सात दिन की न्यायिक हिरासत में टिहरी जेल भेज दिया है।
दरअसल शनिवार की दोपहर को आरोपित युवक कासिम मलिक निवासी नजीबाबाद बिजनौर को एक नेपाल मूल की हिंदू महिला के साथ व्यापारियों ने पकड़ा। महिला के साथ एक बच्ची भी थी, जिसे आरोपित युवक ने उस समय अपना परिवार बताया। संदेह होने पर व्यापारियों ने आरोपित युवक को पुलिस के हवाले कर दिया। इस मामले में पुलिस ने महिला और युवक से पूछताछ की।
आरोपित युवक टिहरी गढ़वाल के कंडीसौड़ में मिस्त्री का कार्य करता है। अभी तक उसने सत्यापन नहीं किया है। करीब दो माह से वह महिला को जानता है तथा महिला के किसी परिचित से मोबाइल नंबर लिया। शनिवार को युवक महिला से मिलने उत्तरकाशी आया था। कोतवाली निरीक्षक दिनेश कुमार ने कहा कि महिला ने पूछताछ में बताया कि वह जानती थी कि युवक मुस्लिम है। महिला का पति आइटीबीपी में तैनात है। आरोपित युवक का शांतिभंग में चालान कर सात दिन की न्यायिक अभिरक्षा में टिहरी जेल भेज दिया है।