Thursday, August 21, 2025
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लिपुलेख पहुंची सड़क। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया ई-उद्घाटन।

पिथौरागढ़,8 मई 2020 (हि. डिस्कवर)
*कैलाश मानसरोवर यात्रा का 84 प्रतिशत हिस्सा अब भारत में। मात्र 16 प्रतिशत चीन क्षेत्र में।
*पूर्व में 80 प्रतिशत चीन व 20 प्रतिशत भारतीय क्षेत्र से होती थी यात्रा।

जनपद पिथौरागढ़ के लिए शुक्रवार का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक रहा।जनपद पिथौरागढ़ के तहसील धारचूला के ब्यास घाटी के उच्च हिमालयी क्षेत्र हेतु बीआरओ द्वारा घटियाबगड़ से लीपुलेक तक सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण कर सड़क को जोड़ दिया गया है।

देश के माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिल्ली से ई.उद्घाटन (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ) उक्त सड़क मार्ग को देश की जनता को समर्पित किया गया। दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इस सड़क मार्ग का उद्घाटन करते हुए माननीय रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस सड़क को देश की जनता को समर्पित करते हुए बेहद खुशी हो रही है। इस मार्ग के निर्माण से कैलाश मानसरोवर यात्रा जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह एक बरदान से कम नही है , न केवल कैलाश मानसरोवर यात्री,अपितु स्थानीय जनता,सेना और इस क्षेत्र में तैनात अर्द्ध सैन्य बलों, ब्यापारियों को भी इस मार्ग के निर्माण की लंबे समय से प्रतीक्षा थी। सभी की आशा एवं आकांक्षाओं को एक साथ पूरा किया है। बीआरओ ने बहुत ही विपरीत परिस्थितियों में इस कार्य को पूरा किया है, इसके लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि इस मार्ग के निर्माण में जहाँ एक ओर अनेक कठिनाइयों आई वही सेना के जवानों के साथ ही मजदूरों ने भी अपनी जानें गवाई है, मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, वहीं उनके परिवारों के प्रति संवेदना ब्यक्त करता हूँ।उन्होंने कहा कि यह मार्ग सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण के साथ ही धार्मिक व ब्यापारिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मार्ग के खुलने से न केवल सेना,अर्द्ध सैन्य बलों के साजो सामान,रसद की आपूर्ति आसानी से होगी, वहीं इस क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा, ऐसा मेरा विश्वास है।

उन्होंने कहा कि हमारे देश की जनता का एक बड़ा हिस्सा कैलाश मानसरोवर यात्रा को धार्मिक एवं आध्यात्मिक की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण मानता है।हिन्दू हो,बौद्ध या जैन हो या सिख धर्म को मानने वाले लोग हों, इतना ही नहीं तिब्बत के बौद्ध व लामा हो सभी के लिए यह स्थल आस्था का स्थल है। उन्होंने कहा कि वर्तमात में विभिन्न स्थानों से कैलाश मानसरोवर की यात्रा की जाती है जिसमें 2 या 3 हफ्ते लग जाते हैं तथा अनेक कठिनाई का सामना करना पड़ता है,इस मार्ग के निर्माण से यात्रा एक हफ्ते में ही मोटर मार्ग से यात्रा पूर्ण की जा सकती है। जिसमें सहूलियत मिलने के साथ ही समय भी घटेगा।

रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि यह मार्ग, सामरिक,ऐतिहासिक व धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मार्ग रहा है।प्राचीन काल में स्थानीय ब्यापार में भी इस मार्ग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ऐसे में इस कनेक्टिविटी के जुड़ने से निश्चित रूप से यहां के विकास को बल मिलेगा,साथ ही पर्यटन, शिक्षा,स्वास्थ्य की सुविधाओं के अतिरिक्त इस क्षेत्र के सभी गांवों का समग्र विकास में भी यह सड़क अपनी भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा को देखें तो मार्ग बनने से पूर्व पूर्व भारत में 20 फीसदी व चीन में 80 फीसदी सड़क मार्ग से यात्रा होती थी इस मार्ग के निर्माण से अब भारत में 84 फीसदी व चीन में 16 फीसदी यात्रा सड़क मार्ग से होगी। यह बी आर ओ के द्वारा कड़ी मेहनत से अद्भुत व अकल्पनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बावजूद भी बी आर ओ देश के उत्तरी,उत्तर पूर्वी भागों आदि क्षेत्रों में सराहनीय कार्य कर देश की रक्षा,सुरक्षा व समग्र विकास में अपना योगदान दे रहा है।उन्होंने कहा कि बी आर ओ बेहद कठिन परिस्थितियों में राष्ट्र के विकास के लिए समर्पित है,आज यह उसके त्याग व बलिदान का फल है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसमें बी आर ओ की महत्वपूर्ण भूमिका है।आज वह नई तकनीकी व मैनपावर का सही प्रयोग कर कार्य कर रही है।उन्होंने इस सड़क के निर्माण पर सभी को बधाई दी।

पिथौरागढ़ जिले में इस सड़क मार्ग के उद्घाटन कार्यक्रम मुख्यालय के नैनीसैनी एयरपोर्ट के प्रशासनिक भवन के निकट पार्किंग स्थल में सम्पन्न हुवा। माननीय रक्षा मंत्री जी के संबोधन के उपरांत जनपद पिथौरागढ़ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बी आर ओ के मुख्य अभियंता विमल गोस्वामी (विशिष्ट सेवा मैडल) द्वारा रक्षा मंत्री जी से अनुमति प्राप्त कर पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना करने के उपरांत सेना,आई टी बी पी,बी आर ओ के वाहनों को गुंजी हेतु हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। ततपश्चात मुख्य अभियंता ने अवगत कराया कि घटियाबगड से लिपुलेक तक लगभग 80 किलोमीटर मार्ग का निर्माण किया गया है। मार्ग की चौड़ाई 10 से 12 मीटर रहेगी।मार्ग का निर्माण वर्ष 2008-09 में प्रारम्भ किया गया। नजंग से बूदी तक कुल 17 किलोमीटर में अत्यधिक कठोर चट्टान होने के कारणों से काफी कठिनाइयों आई इसमें कुल 2 वर्ष लग गए। उन्होंने कहा कि इस सड़क मार्ग के निर्माण हेतु कुल 408 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।। इस अवसर पर उपस्थित जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ विजय कुमार जोगदण्डे ने कहा कि इस सड़क के निर्माण से जहां एक ओर क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा वहीं क्षेत्र में विकास कार्यों को आगे बढ़ाने में बल मिलेगा।

इस अवसर पर दिल्ली से माननीय रक्षा राज्य मंत्री, क्षेत्रीय सांसद अल्मोड़ा अजय टमटा, जनरल विपिन रावत, जनरल नरवणे, रक्षा सचिव अजय कुमार, महानिदेशक बी आर ओ हरपाल सिंह समेत अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे। जनपद पिथौरागढ़ से बी आर ओ के कर्नल सोमेंद्र बनर्जी, पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रदीप कुमार, उप जिलाधिकारी सदर तुसार सैनी समेत बी आर ओ, सेना, आई टी बी पी के अधिकारी जवान आदि उपस्थित रहे।

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