रिखणीखाल (पौड़ी गढ़वाल) 26 अप्रैल 2019 (हि.डिस्कवर)
विगत दिनों विकास खंड रिखणीखाल के ग्राम छडियानी पट्टी पैनो-1 में चोर तब लाखों का सोना व नगदी उड़ा ले गए जब मकान मालिक रिश्तेदारी में दिल्ली शादी में गए हुए थे। ऐसी ही दूसरी वारदात विकास खण्ड के चुरानी गांव में भी घटित हुई।
छडियानी गांव के सेवानिवृत्त शिक्षक केशर सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि यों तो छडियानी गांव काफी दूर है लेकिन वर्तमान में छड़ियानी गांव के सभी परिवार अपनी सिंचित जमीन के आस पास बस गए हैं। विगत 17 अप्रैल को वे अपनी धर्मपत्नी के साथ रिश्तेदारी की दो शादियों में दिल्ली चले गए और जब विगत 25 अप्रैल को घर लौटे तो पाया घर के ताले या तो काटे गए हैं या फिर तोड़े गए हैं। घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था। पत्नी ने देखा तो हम सन्न राह गए क्योंकि लगभग दो लाख की नगदी व दो लाकेट, दो गुलबन्द, दो बुलाक, दो नथ, दो मांगटीका, दो जोड़ी कुंडल, दो जोड़ी मर्दाना अंगूठियां इत्यादि मिलाकर लगभग छ साढ़े लाख का माल गायब था। चोर चांदी का कोई भी सामान चोरी करके नहीं ले गए।
दूसरी ओर राजस्व पुलिस के कानूनगो शम्भू प्रसाद ममंगाई आज सुबह ही दल बल के साथ छड़ियानी गांव पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि यह घटना दिन में घटी, सुबह घटी या रात घटी इसका कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता। विगत 25 अप्रैल को जब केशर सिंह रावत द्वारा चोरी की वारदात की लिखित घटना दर्ज की गई थी तब वाहन अभाव के चलते राजस्व टीम छड़ियानी गांव नहीं पहुंच पाई थी। केस कहाँ से और कैसे निबटाया जाएगा इस सम्बंध में उनका कहना है कि रिखणीखाल के ही चुरानी गांव में चोरी की ऐसी ही वारदात हुई है। हो न हो दोनो एक ही गैंग की की गई चोरी हो। चुरानी गांव रेगुलर पुलिस क्षेत्र में है ऐसे में रेगुलर पुलिस व राजस्व पुलिस चोरों को पडकने के लिए खुफिया जानकारी जुटाएगी और पूरी उम्मीद की जा सकती है कि जल्दी ही चोर गिरफ्त में होंगे।
वहीं मकान मालिक केशर सिंह रावत का कहना है कि यह घटना 21-22 अप्रैल के आस पास की हो सकती है। उन्होंने इस बात का संदेह जताया है कि चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए जरूर कोई स्थानीय व्यक्ति साथ रहा होगा जिसने रेकी की व जिसे यह पता हो कि हम कब और कितने दिन के लिए बाहर जा रहे हैं।
उन्होने बताया कि उनका बड़ा पुत्र प्राइवेट सेक्टर में वे छोटा फौज में कार्यरत है। गांव में सिर्फ वे व उनकी धर्मपत्नी रहती हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि मात्र एक लाख रुपये चोर चुराने में कामयाब नहीं हुए जो दो दो हजार के नोट की शक्ल में उनकी छोटी अटैची में अखबार के नीचे छुपाकर रखे गए थे जिसे उन्होंने अभी अभी राजस्व पुलिस की मौजूदगी में तोडकर खोला है, तोड़कर इसलिए खोलना पड़ा क्योंकि सभी चाबियां चोर अपने साथ लेकर चले गए है। यह आश्चर्यजनक है कि चोर चांदी का एक भी सामान व भारी सामान साथ नहीं ले गए।
लगातार एक ही विकास खण्ड में हुई दो बड़ी चोरियों से स्थानीय लोगों में नाराजगी है और सभी का मानना है कि ये दोनों ही चोरियां किसी स्थानीय व्यक्ति की रेकी करने से ही हो सकती हैं।