ऋषिकेश 5 मई 2020 (हि. डिस्कवर)
यह नज़ारा रायवाला के समीप नेशनल हाईवे 58 पर सुषवा नदी में बने पुल का है।यह वही पुल है जहाँ समीप ही निर्माणाधीन पुल के पिल्लर से गिर कर एक मजदूर की मौत हो गयी थी। समय बीत जाने के साथ-साथ हम दुर्घटनाओं को तब तक भूल जाते हैं, जब तक कोई दूसरी दुर्घटना नहीं होती। प्रिवेंटिव मेजर लेने का हमारा इतिहास नहीं है।
दो दिन पूर्व हुई बारिश से इस पुल पर न केवल जहाँ-तहाँ गड्ढे हो गए हैं बल्कि ये कीचड़ से लबालब भरे पड़े हैं। धूप पड़ने के साथ ही बारिश का पानी सूख जाएगा लेकिन कब कौन इन गड्ढों में गिर कर दुर्घटना का शिकार हो जाये ये पता नहीं है। हालांकि हरिद्वार-देहरादून और हरिद्वार-ऋषिकेश राष्ट्रीय राज मार्ग पर रायवाला के समीप इस पुल से शासन-प्रशासन सहित सेना के वाहन और एम्बुलेंस गाड़ियों के गुजरने का यह एक मात्र मार्ग है। बावजूद इसके इस पुल की जीर्ण-शीर्ण स्थिति पर न किसी नेता की नजर पड़ी है और न किसी अधिकारी की।
इतना ही नहीं इस पुल की सुरक्षा रेलिंग भी क्षतिग्रस्त है जिससे आने वाले समय में चार धाम यात्रा के दौरान कभी भी कोई भारी दुर्घटना हो सकती है। जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान विप्र ने प्रसाशन से रायवाला के समीप सुषवा नदी पर स्थित इस पुल के सुध लेने की माँग की है ताकि इस पर संभावित किसी भी सड़क दुर्घटना से समय रहते बचा जा सके।