देहरादून- 23 अप्रैल, 2019 (हि. डिस्कवर)
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इसी परिपेक्ष में अटल आयुष्मान योजना के तहत चिन्हित परिवारों के अलावा प्रदेश के सभी शेष परिवारों को अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना से जोड़ा गया है। इसके तहत प्रत्येक परिवार को 05 लाख रूपये तक के ईलाज की निःशुल्क सुविधा उपलबध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही किये जाने की अभी और जरूरत है। पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होने से पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना का जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके, इसके लिए स्पष्ट मैकनिज्म का होना जरूरी है। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत पर्वतीय क्षेत्रों में भी मरीजों को उचित ईलाज मिल सके इसके लिए ठोस योजना बनाई जाय। पर्वतीय क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार निरन्तर प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत लाभार्थियों एवं जारी किये गये गोल्डन कार्डों की प्रगति की जानकारी ली। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में अब तक 12 लाख 91 हजार परिवारों के 30 लाख 68 हजार गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं। योजना के तहत अबतक 19456 लोग इस योजना से लाभान्वित हुए हैं।बैठक में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री अमित नेगी, श्री नितेश झा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभिकरण के अध्यक्ष श्री दिलीप कुमार कोटिया, एनएचएम के निदेशक श्री युगल किशोर पंत, डीजी स्वास्थ्य डाॅ. रवीन्द्र थपलियाल व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।