हरिद्वार 23 जून 2020 (हि. डिस्कवर)
एक हाई वोल्टेज ड्रामा चन्द मिनटों में ही धाराशाही हो गया। पतंजलि योगपीठ ने जिस ठाठ के साथ कोविड-19 की दिव्या कोरोनिल दवा लांच की थी, उसी मिजाज के साथ भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने उसमें लक्कड़ दे दी। अब इसके पीछे बाबा रामदेव व आचार्य बालकृष्ण की कमी थी या फिर आयुष मंत्रालय का अहम…! या फिर और कुछ! लेकिन चन्द घंटे में ही इस दवा को लेकर पतंजलि योगपीठ द्वारा लगभग 7 बजे शांय आयुष मंत्रालय भारत सरकार को समस्त जानकारी प्रेषित कर दी गयी है।।
जिस तरह इस दवा को लांच करने के बाद विश्व ब्यापी प्रचार प्रसार मिल गया था, आयुष मंत्रालय द्वारा चंद घण्टे बाद पहले इसके प्रचार प्रसार पर रोक लगाकर पतंजलि के इस बहुआयामी प्रोजेक्ट की छिछालेदारी कर दी लेकिन पतंजलि ने अपनी गलती का आभास करते ही उसकी क्षतिपूर्ति को लेकर आयुष मंत्रालय भारत सरकार को समस्त दस्तावेज भेज दिए हैं।
देर शाम आचार्य बालकृष्ण ने आयुष मंत्रालय को भेजे गए दस्तावेज सार्वजनिक करते हुए लिखा कि “यह सरकार #आयुर्वेद को प्रोत्साहन व गौरव देने वाली है, जो communication gap था, वह दूर हो गया है और Randomised Placebo Controlled Clinical Trials के जितने भी Standard Parameters हैं, उन सब को 100% fullfill किया है। इसकी सारी जानकारी हमने #आयुष_मंत्रालय को दे दी है।”
बहरहाल गलती चाहे पतंजलि योगपीठ की हो या फिर आयुष मंत्रालय की, दोंनो के द्वारा ही विश्व ब्यापी इस दवा की डिमांड पर हल्का ब्रेक तो लगा ही दिया है।