(प्रदीप सिंह रावत रवांल्टा)
पहाड़ समाचार की खबर एक बार फिर सही साबित हुई है। पहाड़ समाचार ने कोटद्वार निवासी पिंकी प्रसाद की मौत को लेकर सवाल खड़े किए थे, जिसके बाद अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना और स्वास्थ्य महानिदेशालय ने मामले की जांच कराई। जांच में महंत इंद्रेश अस्पताल पर गड़बड़ी सही पाई गई, जिसको देखते हुए आयुष्मान प्रशासन ने अस्पताल पर 11 लाख 82 हजार रुपए का जुर्माना ठोका है।
आपको बता दें की बीती 21 जनवरी को कोटद्वार निवासी पिंंकी प्रसाद को कोटद्वार के सरकारी अस्पताल से महंत इंद्रेश हॉस्पिटल देहरादून के लिए रेफर किया गया था। पिंकी प्रसाद की ओपन हार्ट सर्जरी की जानी थी, लेकिन 29 जनवरी को इंद्रेश अस्पताल ने पिंकी प्रसाद को ₹2,36,500 का बिल थमा दिया था, जबकि ओपन हार्ट सर्जरी का इलाज आयुष्मान योजना के तहत किया जाना था।
परेशान होकर पिंकी प्रसाद ने कोटद्वार तहसील में धरना दिया था। जिसके बाद उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई ।हालत बेहद खराब होने के बाद पिंकी प्रसाद को जौली ग्रांट हॉस्पिटल भेजा गया था। जहां पिंक प्रसाद की मौत हो गई। इसके बाद इस पूरे मामले पर पहाड़ समाचार ने खबर प्रकाशित की थी। खबर का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड स्वास्थ्य महानिदेशालय और अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की ओर से पूरे प्रकरण की जांच कराई गई। जांच के बाद इंद्रेश अस्पताल की गलती मानते हुए अस्पताल पर 11, 82, 000 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। अटल आयुष्मान योजना के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष जुगल किशोर ने जुर्माना भरने के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, अस्पताल का कहना है कि मरीज़ का 10 दिन तक इलाज चला था। उसकी हालत सर्जरी करने लायक नहीं थी।