(मनोज इष्टवाल)
वाह..आज सारा देश जश्न से नाच उठा है! हर ओर भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे बुलंद हो रहे हैं! जिन शहरों में कल तक शहीदों को की चिताओं के सजने के बाद श्रधांजलि के बाद मोमबत्तियां जल रही थी आज उन्हीं शहरों गाँवों में उत्सव का माहौल है! इतनी बड़ी कार्यवाही को अंजाम देने के लिए जो जिगरा देश के प्रधानमंत्री व उनकी टीम ने दिखाया वह अब तक किसी भी प्रधानमन्त्री ने नहीं कर दिखाया! प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा हमले के बाद जिस तरह एक एक शब्द चबा-चबाकर बोले थे कि पाकिस्तान ने बहुत बड़ी गलती कर दी है! इसका उसे खामियाजा चुकाना पड़ेगा! उन्होने कहा था कि “आतंक की इस फैक्ट्री पर ताला लगाना अगर मेरे ही हिस्से में लिखा है तो ऐसा ही सही!” यह खामियाजा इतनी जल्दी चुकाना पडेगा यह शायद विश्व समुदाय के किसी भी देश ने कल्पना नहीं की होगी! यह उस हर शहीद की तेहरवीं की रस्म अदायगी कही जा सकती है जो विगत 14 फ़रवरी को पुलवामा के अवन्तिपुरा में जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमले में शहीद हुए! यह उन जवानों के परिवारों को सेना द्वारा दी गयी एक सिर के बदले 10 सिर की कार्यवाही मानी जानी चाहिए!
आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना ने सुबह 03 बजकर 45 मिनट पर बालाकोट में हमला किया, 03 बजकर 48 मिनट पर मुजफ्फराबाद पर और 03 बजकर 58 मिनट पर चिकोटी में हमला किया! वायुसेना ने करीब 21 मिनट तक पीओके में बम गिराए और बालकोट जैसे आतंकी कैम्प को तबाह किया जो पाकिस्तान की लाइन ऑफ़ कंट्रोल से 40 किमी. अंदर है!
3 जगहों पर भारतीय वायुसेना ने 1000 किलो से ज्यादा लेजर गाइडेड बम बरसाते हुए जैश के 12 ठिकानों को तबाह किया है! ऐसा बताया जा रहा है कि पीओके में बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में आतंकी कैंप तबाह किए गए है! पाकिस्तान का अल्फ़ा-3 कंट्रोल रूम पूरी तरह से तबाह हो गया है!
इस ऑपरेशन को भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 विमानों ने अंजाम दिया! वायुसेना के मिराज 2000 ने पीओके में घुसकर जैश ए मोहम्मद, हिजबुल मुजाहीद्दीन और लश्कर ए तैयबा के आंतकी ठिकानों पर 1000 किलों से ज्यादा के बम गिराए! इस हमले में कई आतंकी ठिकाने और 13 लॉन्च पैड तबाह हुए है! अभी तक की जानकारी के मुताबिक़ भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई में 200 से 300 आतंकी मारे गए है! जबकि यह आंकडा इस से भी ज्यादा हो सकता है!
अभी पाकिस्तानी सेना सपने ही देख रही थी कि यह सब कैसे हुआ ! जब तक उनकी वायुसेना इस हडकम्प से उठ पाती व अपने अत्याधुनिक अमेरिका से मिले ऍफ़-16 लड़ाकू विमानों को टेक ऑफ कर पाते तब तक हमारी वायुसेना के कुशल पायलेट अपने लक्ष्य को अंजाम देकर मात्र 21 मिनट में अपने एयर बेस कैम्प आगरा व बरेली में लौट भी आये!
इस दौरान भारतीय जल, वायु और थल सेना पूरी मुस्तैदी से हर घटना पर नजरें गड़ाए हुए रही और किसी भी आक्रमण का मुंहतोड़ जवाब देने को हर सेकेण्ड तैयार दिखाई दी! बताया जा रहा है कि बालाकोट जैश ए मोहम्मद का वह ठिकाना है जो अजहर मसूद ने कंधार में उतारे अपहृत विमान के बदले अपनी रिहाई के बाद सबसे पहले बनाया था! युसूफ अजहर के जिम्मे जैश ए मोहम्मद का बालाकोट कैम्प था जो अजहर मसूद का साला बताया जाता है! इन कैम्पों में गिराए गए प्रत्येक बम 100 किलो वजनी बताया जा रहा है! इसके हिसाब से अनुमान लगाया जा सकता है कि इन 12 मिराज 2000 से 10 बम गिराए गए!
बहरहाल पाकिस्तानी संसद में प्रधानमन्त्री इमरान खान मुर्दाबाद के नारे गूँज रहे हैं वहीँ पूरे पाकिस्तान में इस हमले के बाद हडकम्प मचा हुआ है! सच तो यह है कि यह गूँज मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी श्रीमती निकिता कौल ढौंडियाल की उस आवाज की है जो उन्होंने अपने वीरपति की शाहदत के अंतिम क्षण में “जय हिन्द” के सलूट के साथ पाकिस्तान तक पहुंचाई थी! और भारतीय फ़ौज ने सचमुच उनकी तेहरवीं से पूर्व उनके सर के बदले 300 आतंकियों के चीथड़े उड़ा दिए!
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