देहरादून 25 जनवरी, 2019 (हि. डिस्कवर)
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में भागीरथी इकोसेंसटिव जोन की मोनिटरिंग समिति की बैठक सचिवालय सभागार में सम्पन्न हुई। मुख्य सचिव ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिये कि इकोसेंसटिव जोन क्षेत्र में प्रस्तावित परियोजनाओं जिनकी स्वीकृति हो चुकी है, का समस्त विवरण मानिटरिंग कमेटी के सदस्यों को उपलब्ध करा दें ताकि वे स्वीकृत परियोजनाओं की मानिटरिंग अपने स्तर से भी कर लें। तथा जिन नई परियोजनायें में कार्य किया जाना है उन्हें निर्धारित प्रक्रिया से अन्तिम रूप दें।
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी को निर्देश दिये, कि वे सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए चयनित स्थल की जानकारी से सदस्यों को अवगत करा दें तथा यदि कहीं पर वृहद् कूड़ा निस्तारण हेतु प्रोजेक्ट के लिए स्थान नहीं उपलब्ध होता है, तो चिन्ह्ति विभिन्न स्थलों का प्रस्ताव शासन को भेंजें। मुख्य सचिव द्वारा निर्देश दिये गये कि सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट हेतु भूमि चयन करें तथा एनजीटी की गाइडलाईन में दिये गये दिशा निर्देशों के क्रम मंे आधुनिक तकनीक से कूड़ा निस्तारण करें।
सर्वसम्मति से तय हुआ कि यदि उत्तरकाशी शहर में कूड़ा प्रबंधन प्रोजेक्ट स्थापना हेतु एक स्थान पर जगह उपलब्ध न हो तो नगरीय क्षेत्र में छोटे-छोटे कूड़ा प्रबंधन परियोजनाओं की सम्भावना तलाशने हेतु वार्डवार स्थल चयनित कर लें, तथा स्थानीय निकायों के समन्वय से सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट की अत्याधुनिक टैक्नोलाॅजी इस्तेमाल कर कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की व्यवस्था करें। इस अवसर पर भागीरथी इकोसेंसटिव जोन माॅनिटरिंग समिति के सह अध्यक्ष हेम पाण्डे, सदस्य माॅनिटरिंग समिति डाॅ. महेन्द्र सिंह कुंवर, सदस्य मलिका भनोट, अपर मुख्य सचिव डाॅ0 रणवीर सिंह, सचिव वन एवं पर्यावरण अरविन्द सिंह ह्ंयाकी, वैज्ञानिक भारतीय वन्य जीव संस्थान डाॅ.वीपी उनियाल, मुख्य अभियन्ता सिंचाई मुकेश मोहन, वन संरक्षक पी0के0पात्रो आदि उपस्थित थे