बागेश्वर 11 जुलाई 2018 (हि. डिस्कवर)
अभी सावन भादो आया नहीं और पहाड़ आपदाग्रस्त पहले ही होने लगे हैं। विगत कुछ बर्षों से पहाड़ क्यों दानवी रूप लेकर तबाही मचा रही हैं नदियां जाने क्यों विकराल रूप धारण कर अपने साथ सब कुछ बहा ले जा रही है। वर्तमान में भी कुमाऊं मंडल के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र व बागेश्वर के कपकोट क्षेत्र में बरसाती नदियों के उफान पर होने व पहाड़ों के टूटने से दोनो विधान सभा क्षेत्रों में करोड़ों का नुकसान हो गया है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के गांव का एक मात्र पैदल झूला पुल नाचनी-केचुआ बह गया है जिस से मेहरगाड घाटी व रामगंगा घाटी का सम्पर्क कट गया है। पूर्व क्षेत्रीय विधायक ललित फर्स्वाण व जिला पंचायत अध्यक्ष कपकोट विधान सभा क्षेत्र में आई आपदा क्षेत्रों के दौरे पर निकल चुके हैं।
दूरभाष पर जानकारी देते हुए पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने जानकारी देते हुए बताया कि कपकोट के वार्ड मड़ल खेत व शिवालय वार्ड पाली दुंगरा वार्ड मे आयी भीषण आपदा से कपकोट वासी बरसात के कारण भय के माहौल मे जी रहे ! आपदा से बहूत नुकसान हुआ ज़िसकी भर पाई होना मुश्किल है !
उन्होंने कहा कि तहसील गदेरा व शिवालय गदेरा उफान पर होने के कारण तबाही के कारण बने हैं। नाचनी के तरफ वाला मैदान जिसमें हैलीकाप्टर उतरते थे वह भी आपदा में टूट गया है। कई गाड़ियां मलवे में दबने के आसार हैं व कइयों के बहने की खबर है। उन्होंने बताया कि नाचनी केचुआ सम्पर्क झूला पुल बहने से दर्जनों गांवों से सम्पर्क कट गया है जिसमें कैलापीर, खेती व पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का गांव नामती चेताबगड भी शामिल है। ये सब गांव सीमांत क्षेत्र के गांव कहलाते हैं।
उन्होंने बताया कि नुकसान की भरपाई होना सम्भव नहीं लगता क्योंकि यहां करोड़ों की व्यक्तिगत व राष्ट्रीय सम्पति का नुकसान हुआ है। अभी आज आपदाग्रस्त क्षेत्र के पैदल दौरे पर हैं सम्पूर्ण जानकारी शान्यकाल तक उपलब्ध करवा पाएंगे।
वहीं सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि प्रदेश के वर्तमान विधायक अभी तक क्षेत्र में कहीं नहीं दिख रहे हैं, विधायक बलवंत सिंह भौर्याल से दूरभाष पर सम्पर्क करने के बाद उन्होंने बताया कि कल से वे कपकोट हैं व जिलाधिकारी व जिला प्रशासन आपदा राहत कार्यों में जुट गया है। हमारी पहली प्राथमिकता सड़कें खुलवाने की हैं और हम वही काम कर भी रहे हैं। जितना सम्भव हो पा रहा है हम मुख्यमंत्री जी के दिशानिर्देश व विधायक निधि से हर सम्भव आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।