नई दिल्ली 13 दिसम्बर 2019 (हि. डिस्कवर)
पर्वत जन के सम्पादक व उत्तराखण्ड वेब मीडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल की गिरफ्तारी के तरीके को लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले पत्रकार की गलत तरीके से की गई गिरफ्तारी मानते हुए नाराजगी व्यक्त की है।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अनंत बगैतकर व महासचिव सी के नायडू द्वारा एक प्रेस स्टेटमेन्ट जारी करके उत्तराखण्ड सरकार के पुलिस महकमे द्वारा शिव प्रसाद सेमवाल की गिरफ्तारी पर प्रश्नचिह्न लगाते हुए गिरफ्तारी के तरीके को गलत माना है। उन्होंने उत्तराखण्ड सरकार से सेमवाल की गिरफ्तारी पर निष्पक्ष जांच कर सम्बंधित पुलिस अधिकारी पर कार्यवाही की मांग की है।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के इस पत्र ने अब उत्तराखण्ड सरकार के पुलिस महकमे पर जिस तरह से सवालिए निशान लगाए हैं उससे इस बात का बल मिलता है कि हो न हो सेमवाल की गिरफ्तारी किसी की व्यक्तिगत रंजिश का नतीजा रही हो क्योंकि उन्हें जिस तरह गिरफ्तार किया गया वह तरीका आज से पूर्व किसी पत्रकार की गिरफ्तारी पर इस्तेमाल किया गया हो ऐसा प्रतीत नहीं होता।
बहरहाल जहां एक ओर पर्दे के पीछे छिपकर काम करने वाला व्यक्ति किसी भी सूरत में सेमवाल को जेल से बाहर जमानत पर नहीं छूटने देना चाहता वहीं दूसरी ओर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया द्वारा जारी यह स्टेटमेंट कहीं न कहीं अब राज्य सरकार के लिए मुसीबत साबित हो सकता है क्योंकि प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के माध्यम से यह प्रकरण अब पूरे देश के मीडिया जगत तक पहुंच ग़या है।