नैनीताल/देहरादून 23 अगस्त 2019 (हि. डिस्कवर)
लगता है कांग्रेस पार्टी पर राहु की दशा व शनि की साढ़े साती चल रही है, तभी तो एक के बाद एक प्रकरण सामने आ रहे हैं । देश के प्रधानमंत्री मोदी की दूसरी पारी का आगाज ही कुछ नये अंदाज में देखने को मिल रहा है। तीन तलाक, कश्मीर मुद्दा व पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदम्बरम की गिरफ्तारी के बाद अब तलवार आकर पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री व उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ऊपर लटक गई है।
विधायक खरीद फरोख्त मामले में सीबीआई ने हाई कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट दाखिल कर दी है। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बढ़ सकती मुश्किलें हैं।
ज्ञात हो कि एक स्टिंग में दौरान हरीश रावत पर विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप लगे थे। हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई के लिए 20 सितंबर की तिथि नियत है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मामले में अपने ट्वीटर एकाउंट पर ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर निशाना साधा है। हरीश रावत ने बिना मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का नाम लेते हुवे त्रिवेंद्र रावत के परिवार जनों व सहयोगियों के स्टिंग पर भी सवाल खड़ा किया है।
हरीश रावत ट्वीट कर लिखते हैं – “एक व्यक्ति दो स्टिंग करता है। एक स्टिंग में वह खुद खरीद-फरोख्त करने और खुद पेमेन्ट करने की बात करता है और दूसरे स्टिंग में रूपयों का आदान-प्रदान होता है, सौदा होता है। पहले स्टिंग को तो अपराध मान लिया जाता है और दूसरे स्टिंग को सरकारी सरोकार मान लिया जाता है।”