(मनोज इष्टवाल)
ग्रामीण आर्थिकी के तंग हाल से पहाड़ों से निरंतर हो रहे पलायन को देखते हुए हिमालयन इंस्टिट्यूट फॉर इन्वायरमेंट इकोलोजी एंड डेवलपमेंट (हाईफीड) अपनी सहयोगी संस्था फाउंडेशन फॉर आर्गेनिक एंड रूरल डेवलपमेंट के सहयोग से चम्बा धनौल्टी फलपट्टी के अंतर्गत स्थित 5 गॉंव जिनमें चोपडियाल गॉव, सौड, जड़ीपानी, काणाताल व ज्वारना प्रमुख है में ग्रामीण पर्यटन का पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर रही है जिसमें शुरूआती दौर में 500 कमरों को विलेज टूरिज्म के लिए विकसित किया जाएगा!
हाईफीड के निदेशक उदित घिल्डियाल ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि गुजरात की होटल इंडस्ट्री बेलेजा होटल एंड रिसोर्ट्स के साथ उन्होंने इस सम्बन्ध में करारनामा किया है! यह इंडस्ट्री न सिर्फ ग्रामीणों को होम स्टे के लिए रोजगार मुहैय्या करवाएगा बल्कि इनके प्रशिक्षित रसोइया फलपट्टी आकर ग्रामीणों को हर तरह का खाना बनाने का प्रशिक्षण भी मुहैया करवाएंगे! उन्होंने बताया कि हाईफीड की कोशिश है कि जहाँ मसूरी काणाताल क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही काफी है व यहाँ बड़े बड़े होटल रिसोर्ट्स खुले हैं जिसमें ठहरने के लिए प्रत्येक पर्यटक प्रतिदिन कम से कम तीन से पांच हजार रूपये खर्च करता है वहीँ उनका प्रयास है कि वे हजार डेढ़ हजार रूपये प्रतिदिन के चार्ज पर पर्यटकों को वह सब सुविधाएं तो मुहैय्या करवाएं ही साथ में उत्तराखंडी गॉंव कैसे होते हैं वहां का जन जीवन कैसा है उसके भी दर्शन करवाएं! उदित घिल्डियाल ने बताया कि इस पायलट प्रोजेक्ट को भारत सरकार के पर्यावरण, वनएवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के नेशनल मिशन ऑन हिमालयन स्टडी के वित्तीय सहयोग से शुरू किया जा रहा है जिसकी मोनिटरिंग गोबिंद बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयन पर्यावरण व सतत विकास संस्थान करेंगे!
वहीँ हाईफीड के अधिशासी निदेशक डॉ. कमल बहुगुणा ने कहा है कि हमारी हर सम्भव कोशिश रहेगी कि हम बेहद कम दामों में यहाँ पहुँचने वाले पर्यटकों को टोटल आर्गेनिक (सम्पूर्ण जैविक) खाना परोसेंगे व उनकी सुविधाओं के लिए गॉवों में हर सम्भव सुसज्जित कमरों की व्यवस्था करेंगे ताकि बाहर से आया पर्यटक ग्रामीण आवोहवा में शुकून महसूस कर सके! उन्होंने बताया कि जो भी ग्रामीण अपने घरों में दो या तीन कमरे होम स्टे के रूप में विकसित करना चाह रहे हैं हम परियोजना के अंतर्गत उन्हें सुसज्जित करेंगे व जहाँ शौचालय निर्माण न हो तो परियोजना के तहत वहां बायो-टॉयलेट की सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी! उन्होंने कहा कि हाईफीड का मकसद ग्रामीण स्तर के जैविक अन्न को भी प्रमोट करना है जिनमें मडुवा, झंगोरा, विभिन्न दालें, व उनसे निर्मित होने वाले विभिन्न पकवान प्रमुख होंगे!
हाईफीड के प्रोजेक्ट डायरेक्टर व टेक्निकल एक्सपर्ट डॉ. आर.के. पन्त ने कहा कि हम होम स्टे के साथ साथ ग्रामीण रोजगार के और भी तरीके ईजाद करेंगे जो ग्रामीण कृषकों की प्रति इकाई उत्पादकता में वृद्धि हेतु परियोजना के अंतर्गत विभिन्न अन्य प्राविधानों में केन्द्रित है जिनमें पाली हाउस, पोली टनल, कम्पोट पिट्स व उत्पादन की उन्नत तकनीक प्रदान करना है! इसके अतिरिक्त मुर्गी पालन परियोजना के अंतर्गत पोल्ट्री इकाई व फल उत्पादन के लिए बागान इत्यादि की उत्पादकता की भी योजना इसमें शामिल है! उन्होंने कहा कि हाईफीड हर सम्भव यह प्रयास करेगा कि पर्यटकों को पौष्टिक आहार मिले व उन्हें ग्राम समाज के वे विभिन्न पहलु दिखने को मिले जिन्हें देखकर वह अभिभूत हो जाए! हम ग्रामीणों को लोक गीत लोक नृत्य की परम्परा को भी जीवित रखने के लिए भी उत्साहित करेंगे ताकि हम अपने लोक समाज लोक संस्कृति का ताना बाना पूरे देश व विश्व के समक्ष रख पायें!
अहमदाबाद गुजरात स्थित बेलेजा होटल्स एंड रिसोर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित नेगी ने हाईफीड के साथ हुए इस अनुबंध पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह हमारे लिए एक बेहत्तर अनुभव है और मुझे लगता है हम इसे बिजनेश के रूप में बहुत सलीके व तरीके से उंचाइयां देने में कामयाब होंगे! उन्होंने कहा क्योंकि मैं देहरादून का ही रहने वाला हूँ इसलिए उत्तराखंड के गाँवों की भौगोलिक स्थित उसकी आवोहवा आदि का सम्पूर्ण अध्ययन पहले से ही कर चुका हूँ. काश…यह सब हमारे लिए पहले उपलब्ध होता तो हमें रोजगार की तलाश में बाहर न भटकना होता लेकिन आज जबकि यह मौक़ा मिला है बिना नफा नुक्सान सोचे हमने यह लपक लिया है क्योंकि हम जानते हैं कि हमने किस तरह यहाँ अपने को साबित करना है!
बेलेजा के इंटरनेशनल सेल्स मार्केटिंग की जिम्मेदारी सम्भाल रहे कैप्टेन वैभव बावरी ने बताया कि उनके होटल्स गुजरात की जगह राजस्थान व यूरोप के कई देशों में पाना बिजनेश कर रहे हैं! और उन्हें पूरी उम्मीद है कि वे उत्तराखंड के इस होम स्टे फोर्मेट को सफलता की ऊँचाइयों पर ले जाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे!
बहरहाल शुरुआती दौर में परियोजना के क्रियान्वयन से परियोजना क्षेत्र में प्रत्यक्ष व अप्रयत्क्ष रूप से हाईफीड का लक्ष्य लगभग 2000 परिवारों को लाभान्वित करना है ताकि गाँव आबाद रहें व लगातार पलायन की जद में आ रहे उत्तराखंड के ग्रामीणों को गाँव में ही रोककर उन्हें आजीविका चलाने के लिए रोजगार दिलाया जा सके! प्रेस कांफ्रेस में हाईफीड के अधिकारियों के अलावा बेलेजा होटल एंड रिसोर्ट्स अहमदाबाद गुजरात के निदेशक गौरव जुयाल, चेतन कनौजिया (हेड सेंट्रल एंड साउथ रीजन), संदीप वर्मा (हेड नार्थ रीजन), नरेन (परियोजना महाप्रबंधक), मिस गुंजन, शेफाली, कंचन व ऋतु इत्यादि शामिल हुए!