देहरादून 11 जनवरी, 2020 (हि. डिस्कवर)
*अच्छे लोगों का आगे आना जरूरी।
पीड़ितों को शरण देना भारत की परम्परा, सीएए का विरोध निराधार।
*स्वामी विवेकानंद की 157 वीं जयंती के अवसर पर ओएनजीसी ऑडिटॉरियम में उत्तराखण्ड यंग लीडर्स कान्क्लेव का आयोजन।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि अच्छे लोगों को समाज व राजनीति में आगे आना चाहिए। सज्जन शक्ति को जाग्रत किए जाने की जरूरत है। राजनीतिक इच्छा शक्ति जब सोच के साथ जुड़ जाती है तो समाज व देश हित में निर्णय होते हैं। परंतु इसके लिए बहुत जरूरी है कि अच्छे लोग आग आएं। मुख्यमंत्री ओएनजीसी ऑडिटॉरियम में आयोजित उत्तराखण्ड यंग लीडर्स कान्क्लेव में सम्बोधित कर रहे थे।
स्वामी विवेकानंद की 157 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 90 से अधिक संस्थाओं से आए छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें शोधार्थी बनाना होगा। स्वयं के अंदर झांकना चाहिए। सब कुछ हमारे भीतर ही है। स्वामी विवेकानंद जी ने दुनिया को भारतीय दर्शन से अवगत कराया। हमें अपनी इस महान परम्परा व पूर्वजों पर गर्व करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत नौजवानों का देश है। नौजवान भारत की ताकत हैं। जहां दुनिया के देश बूढ़े हो रहे है जबकि हमारे यहां सबसे अधिक नौजवान हैं। आने वाले समय में भारत दुनिया का मार्गदर्शन करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रबंधन हमें हनुमान जी से सीखना चाहिए। वे अपने हर काम में सफल रहते थे। वे हर काम को राम का काम मान कर करते थे। और जब तक काम हो नहीं जाता विश्राम नहीं करते थे। स्वामी विवेकानंद जी ने भी हमें उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्त होने तक न रूको का मंत्र दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निराशा का भाव नहीं आना चाहिए। काम तो आशा के संचार से ही हो सकता है। आज शिक्षा है परंतु संस्कार नहीं हैं। महिलाओं से दुराचार के मामलों में 90 प्रतिशत से अधिक परिचित होते हैं। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हमें संकल्प लेना चाहिए कि सुधार की पहल स्वयं से व परिवार से करेंगे। गलत का प्रतिकार करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक का जो आह्वान किया है उसमें युवाओं को अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। देहरादून में प्लास्टिक कचरा 75 प्रतिशत कम हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम हमारी परम्परा व संस्कृति रही है। भारत ने समय-समय पर दुनिया भर से पीड़ित सम्प्रदायों को शरण दी है। सीएए में भी पीड़ितों को नागरिकता देने की बात कही गई है। इसका विरोध कुछ लोगों द्वारा निराधार ही किया जा रहा है।
उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि इस उत्तराखण्ड यंग लीडर्स कान्क्लेव में युवाओं से विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की जायेगी। उत्तराखण्ड प्रगति के पथ पर कैसे और अग्रसर हो सकता है, इस पर मंथन किया जायेगा। कान्क्लेव में युवाओं के सुझाव भी लिये जायेंगे। देश एवं राज्य के विकास के लिए युवाओं को सही दिशा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल 10 माह में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य किया है। देश में किसी भी राज्य में सबसे ईमानदारी एवं अच्छा कार्य हो रहा है, तो उसमें सबसे ऊपर हमारे मुख्यमंत्री जी का नाम है। यदि मुखिया की साख ठीक है, तो परिवार ठीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री जी के कार्यों की सराहना की है।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पाण्ड्या ने कहा कि उत्कृष्ट उत्तराखण्ड के संकल्प को लेकर किये जा रहे इस कान्क्लेव से युवाओं को अपने विचारों की अभिव्यक्ति का पूरा मौका मिलेगा। कोई भी देश एवं राज्य तभी उत्कृष्ट हो सकता है, जब हम दूसरों के प्रति सम्मान का भाव रखेंगे। युवाओं का देश के प्रति जिम्मेदार होना जरूरी है। जैसा व्यवहार हम स्वयं के प्रति चाहते हैं, वैसा ही व्यवहार हमें अन्य लोगों के प्रति करना होगा। सांस्कारिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। आज हमें स्वामी विवेकानन्द जी द्वारा दिये गये संस्कारों को आगे बढ़ाने की जरूरत हैं भारतीय संस्कृति एवं परम्परा का दुनियाभर में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया।
इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास, उच्च शिक्षा उन्नयन समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती दीप्ति रावत, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आनन्द वर्द्धन, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी, पलायन आयोग के उपाध्यक्ष एस.एस. नेगी, सचिव श्री दिलीप जावलकर विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे।