Saturday, March 15, 2025
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गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव मेला को राजकीय मेले के रूप में मनाने की घोषणा। मुख्यमंत्री, भोले महाराज व माता मंगला ने की शिरकत।

देहरादून 1 सितंबर 2019 (हि. डिस्कवर)

  • मुख्यमंत्री,सांसद व माता मंगला ने किया परमवीर चक्र विजेता ले. कर्नल धन सिंह थापा द्वार का शिलान्यास ।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने महेन्द्रा ग्राउण्ड, गढ़ी कैंट में गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव मेले में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव मेला को राजकीय मेले के रूप में मनाने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने परमवीर चक्र विजेता ले. कर्नल धन सिंह थापा द्वार का शिलान्यास भी किया।  

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने सबको हरितालिका तीज की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गोर्खाली समाज अपने त्योहारों को जिस उत्साह के साथ मनाते हैं, इससे उनकी अलग पहचान बनती है। महिलाएं बड़े धूमधाम से हरितालिका तीज के इस त्योहार को मनाती हैं। उन्होंने कहा कि त्योहार व मेले आपसी भाईचारे व मिलन के प्रतीक होते हैं व हमारे विचारों और सोच को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गोर्खाली समाज की महिलाओं को सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर हंस फाउण्डेशन की अध्यक्ष मंगला माता जी, हंस फाउण्डेशन के संस्थापक श्री भोलेजी महाराज, सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक गणेश जोशी, गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती कमला थापा, सचिव श्रीमती सरोज गुरूंग आदि उपस्थित थे।    

देहरादून के गढ़ी कैंट के महेंद्रा ग्राउंड में आयोजित गोरखाली हरितालिका तीज में पहुँचे सुबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गोरखाली समाज को बधाई देते हुए कहा कि नेपाल और उत्तराखंड के समाज ने जिस तरह से अपनी सांस्कृतिक विरासत और उत्सवों को संभाल के रखा है। यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए संग्रहणीय है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि ऐसे आयोजन से हमारी संस्कृति का फलक विशाल होता है। मैं इस आयोजन के लिए आयोजन समिति को बधाई देता हूँ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुँचे समाज सेवी माता मंगला जी एवं श्रीभोले जी महाराज ने गोरखाली महिला हरितालिका तीज उत्सव मेले के आयोजन के लिए इस कार्यक्रम की आयोजन समिति को शुभकामना देते हुए कहा कि हरितालिका तीज हमारे समस्त व्रत पर्व पौराणिक कथाओं पर आधारित हैं। गोरखाली समाज की विवाहिता नारियां अखंड सौभाग्य और कन्याएं श्रेष्ठतम पति की प्राप्ति के लिए अतिशय प्रेम श्रद्धा और विश्वास के साथ भाद्रपद शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज नाम से प्रसिद्ध व्रत और पूजन करती हैं।

माताश्री मंगला जी ने इस मौके पर कहाँ की हम गोरखाली महिलाओं को इस लोक पर्व की शुभकामनाएं देते है।
जैसा की आप सब जानते है गोरखा के वीर योद्धाओं का इतिहास कितना समृद्ध और सम्मानित है।

गोरखा जिन्होंने यह नाम 8 वीं शताब्दी के हिन्दू योद्धा संत श्री गुरु गोरखनाथ से प्राप्त किया था। उनके शिष्य बप्पा रावल ने राजकुमार कलभोज/राजकुमार शैलाधिश को जन्माया था, जिनका घर मेवाड़, राजस्थान (राजपुताना) में पाया गया था। बाद में बप्पा रावल के वंश सुदूर पूर्व के तरफ बढ़ें और गोरखा में अपना राज्य स्थापित किया और बाद में उन्होने नेपाल अधिराज्य को स्थापित किया। उस वंश में चितौड़गढ़ के मनमथ राणाजी राव के पुत्र भूपाल राणाजी राव नेपाल के रिडी पहुंचे। गोरखा जिला आधुनिक नेपाल के 75 जिलों में से एक है। ऐसे महापुरुषों के नाम से हम सब को कुछ न कुछ समय-समय पर करते रहना चाहिए।

आज गोरखाली समाज के लिए सांस्कृतिक उत्सव का त्यौहार हैं। इस त्यौहार को आप सब ने आनंद और हर्ष उल्लास के साथ मनाया यह सुखद है। आज हमें इस शुभ अवसर पर आप सब के बीच आने का अवसर प्राप्त हुआ इसके लिए हम आप सभी का आभार प्रकट करते है।

हम आपको विश्वास दिलाते है कि हंस फाउंडेशन के माध्यम से आपके समाज के लिए जो भी बेहतर कार्य करने की आवश्यकता होगी हंस फाउंडेशन आपके साथ खड़ा रहेगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों के द्वारा परमबीर चक्र विजेता ले. कर्नल धन सिंह थापा शहीद द्वार का भी उद्धाटन किया गया। कार्यक्रम के दौरान टिहरी सांसद माला राज लक्ष्मी शाह, विधायक गणेश जोशी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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