Saturday, June 21, 2025
Homeलोक कला-संस्कृतिकैंथोला बंधुओ ने बांटी मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति। इसी स्कूल से पढ़कर...

कैंथोला बंधुओ ने बांटी मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति। इसी स्कूल से पढ़कर मुम्बई में सफल बिजनेशमैन बने सर्वेश्वर प्रसाद कैंथोला।

पौड़ी 07 अगस्त 2019 (हि. डिस्कवर)

भारत सरकार के उपक्रम एफ.टी.आई.(फिल्म टेलिविजन इंस्ट्ीयूट पुणे) के निदेशक भूपेन्द्र कैन्थोला ने सपरिवार सहित अपने पैतृक गांव पहुंच कर अपने पूज्य पिता स्वर्गीय सर्वेश्वर कैन्थोला के एकादशी पुण्य तिथि पर अपने गांव में राजकीय इण्टर कालेज चौपड़ियू में मेधावी छात्रों को छात्रवृति वितरण कर, अपने पिता को श्रद्धांजली दी। आयोजित कार्यक्रम में स्कूली बच्चां ने सास्कृतिक कार्यक्रम के साथ निबंधात्मक प्रतियोगिता भी की गई।

विकास खण्ड पाबो के पट्टी घुडदौड़स्यू के ग्राम सभा चौपड़ियू के स्वर्गीय सर्वेश्वर कैन्थोला ने अपने बाल्यकाल में राजकीय इण्टर कालेज में अध्ययन कर मुम्बई चले गये जहां उन्होने एक उद्योग पति के रूप अपना पहचान स्थापित किया। इस मुकाम में पहुंचने के बाद भी वे अपने गांव व भाई बन्धों से मिलने हर वर्ष गांव पहुंचते थे। वर्ष 2009 को उनके आकस्मिक मृत्यु के बाद उनके पुत्र-पुत्री एवं परिवार के सदस्य हर वर्ष उनके पुन्यतिथि पर गांव पहुंचकर उक्त विद्यालय कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धांजली अर्पित कर रहे है। जिसके तहत वे विद्यालय के मेधावी छात्रों को छात्रवृति देकर उनकी उज्ज्वल भविष्य को सवारने में सहयोग प्रदत्त करते है। जिसमें कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के प्रत्येक कक्षा में मेधावी एक छात्र एवं एक छात्रा को अध्ययन हेतु छात्रवृति दिया गया। आज 11वीं पुन्यतिथि में भी श्री कैन्थोला परिवार बच्चों को निरंतर छात्रवृति भेंट करते आ रहे है।
इस अवसर पर देवेन्द्र कैन्थोला, दर्गा कैन्थोला, अन्नपूर्णा बंधोगी सहित उनके परिजन, ग्रामीण एवं प्रधानाचार्य, विद्यालय परिवार एवं समस्त छात्र-छात्राऐं उपस्थित थे।


Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES