फ़िनलैंड/ देहरादून 14 जुलाई 2018 (हि. डिस्कवर)
अब क्या करें जब घर के ही ऐसे दुश्मन हों। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने सेमीफाइनल में जीत दर्ज करने के बाद अपनी टूटी फूटी अंग्रेजी में बात करने पर अपनी ही खिलाड़ी ही खिलाड़ी हिमादास का मजाक उड़ाकर न सिर्फ एक खिलाड़ी हिमा दास का मजाक उड़ाया बल्कि यह घटना पूरे देश को शर्मसार करने वाली रही। देश व विदेश में खेल के चाहने वालों ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ को लानत भेजी। हिमा ने इसका जवाब देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर दिया।
फिनलैंड में भारत का डंका बजाने वाली असम के गरीब परिवार की बिटिया हिमा दास को टूटी-फूटी अंग्रेजी बोलने पर जलालत झेलनी पड़ी। यह घिनौनापन किसी और ने नहीं, बल्कि स्वयं भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने दिखाया। ‘टूटी-फूटी’ अंग्रेजी में यह सोनपरी जब प्रेस से अपनी खुशियां बांट रही थी तो हमारे ही महासंघ ने ट्वीटर पर वीडियो डाल ‘मजाक’ उड़ाया। बेशक बाद में माफी मांग ली गई हो, पर यह सब कितना घिनौना और अपमानजनक है!
हिमा ने साबित किया है हमारे यहां गुदड़ी में लाल छिपे बैठे हैं। पर हमारे खेल संगठनों ने क्या साबित किया! यही न, कि इन पर काबिज अभिजातों की खाल इतनी मोटी हो चुकी है कि अंदर कौन छिपा बैठा है, पता ही नहीं चलता !