देहरादून/दिल्ली 28 जनवरी 2020 (हि. डिस्कवर)
एयर इंडिया का निजीकरण करने के हर प्रयास हो गए हैं । अब जब ये लोग एयर इंडिया जैसे संस्थान को नहीं चला पा रहे हैं तो उत्तराखंड के धार्मिक आस्था के केंद्र मंदिरों का निजीकरण कर क्या खाक चला पाएंगे।
यह बात आज सुप्रीम कोर्ट के जाने माने अधिवक्ता व राजनेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उत्तराखंड के चार धाम महापंचायतके जनप्रतिनिधियों से हुई मुलाकात में कही है।
चार धाम महा पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ देवस्थान बोर्ड के विरोध में बातचीत के दौरान पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए स्वामी सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि यह सब सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे फैसले लेने से पहले उत्तराखण्ड सरकार को एक राय बना लेनी चाहिए थी। उन्होंने कहा वह महापंचायत के साथ हैं व इस मामले में सरकार के खिलाफ केस लड़ेंगे।
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि कोई भी सरकार बिना तीन साल का आय व्यय का लेखा जोखा देख व उसमें गड़बड़ी के बिना मंदिरों को हस्तगत नहीं कर सकती। उन्होंने तमिलनाडु के एक ऐसे ही केस का जिक्र करते हुए कहा कि मंदिरों सम्बन्धी केस को तत्कालीन तमिलनाडु सरकार निचले कोर्ट से लेकर हाइकोर्ट तक जीत चुकी थी। मेरे पास जब सुप्रीम कोर्ट में यह केस आया तो दलीलों के साथ यह केस हम जीते। यह केस भी 36 घण्टे की बहस में आप लोगों के पक्षमें हो जाएगा निश्चित रहिये।
क्या कहा सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आप भी सुनिये-